टेंडर डालने नहीं आए ठेकेदार, खनन अनुमति में ही एक माह लग जाते हैं, रात के अंधेरे ही नहीं दिन के उजाले में भी हो रहा जमकर अवैध खनन
नर्मदापुरम. जिले में नर्मदा-तवा सहित अन्य सहायक नदियों से रेत का अवैध खनन-चोरी नहीं रूक पा रही है। नर्मदा पुल घाट, सर्किट हाउस के सामने पल्लेपार और तवा के बांद्राभान-घानाबड़ तटों पर अवैध कारोबारी टै्रक्टर-ट्रॉलियों के जरिए जमकर रेत की चोरी कर रहे। चोरी के सिस्टम को शासन-प्रशासन तोड़ ही नहीं पा रहा है। हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद खनिज विभाग ने गुरुवार को 118 में से 9 खदानों को एक माह यानी 20 जून तक ठेके पर देने के लिए टेंडर बुलाए थे, लेकिन एक भी ठेकेदार नहीं आया। ठेकेदारों ने इतने कम समय के उत्खनन व्यवसाय के लिए ठेके इसलिए भी नहीं लिए कि अनुमति की प्रक्रिया में ही एक माह से अधिक का समय लगता है। एनओसी, शिया व पर्यावरण अनुमति की प्रक्रिया सरल नहीं हुई है। 15 जून से एनजीटी की रोक भी लग जाती है। एक कारण ये भी रहा कि दो बड़ी कंपनियों में स्पर्धा नहीं थी। दोनों एकजुट हो गईं। इसलिए इनमें से भी किसी ने टेंडर नहीं डाले। बता दें कि इन 9 खदानों का शासकीय मूल्य विभाग ने 22 करोड़ 79 लाख रुपए रखा था।
इन खदानों के ठेके नहीं हो सके
जिले में माखननगर के आमखेड़ी, सिवनीमालवा के ग्वाड़ी, पिपरिया के सर्राकिशोर, मरकाढाना, बनखेड़ी के मुर्गीढाना, कामठी, खापा खुर्द, जुन्हेटा, बेहरावन की वैध रेत खदानों के ठेकों के टेंडर बुलाए गए हैं, लेकिन तीन साल बाद भी ये ठेके बीते दिवस नहीं हो सके। बारिशकाल के लिए एनजीटी की रोक के पहले सभी 118 खदानों के शुरू होने में फिर से अड़ंगा लग गया है।
फिर शासन से लेंगे मार्गदर्शन
जिला खनिज अधिकारी दिवेश मरकाम ने बताया कि पहले चरण में 9 खदानों को शुरू कराने टेंडर 11 मई को खोलना था, लेकिन कोई भी निविदाकर्ता नहीं आया। जिसके कारण खदानें नीलाम नहीं हो सकीं। अब शासन से फिर से मार्गदर्शन लिया जा रहा है कि फिर से टेंडर बुलाएं या नहीं।
तवापुल सहित आधा दर्जन तटों पर हो रही रेत की चोरी
सोनू मालवीयआंचलखेड़ा. माखननगर के तवा पुल के आसपास रात के अंधेरे में रेत की चोरी हो रही है। यहां अवैध कारोबारी दर्जनों डंपरों से रेत ढो रहे हैं। पत्रिका प्रतिनिधि ने पड़ताल की तो इस दौरान भी अवैध खनन जारी था। रजौन, कीरतपुरा,जावली, पवारखेड़ा खुर्द, आंचलखेड़ा तवापुल में रात के अंधेरे में रेत की चोरी जारी है। खनिज अधिकारी ने तो फोन ही नहीं उठाए। दरअसल राजनैतिक संरक्षण व प्रभावशाली लोगों के संरक्षण में यह सब हो रहा है, जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे।
इनका कहना है...
9 खदानों को नीलाम करने टेंडर बुलाए थे, लेकिन किसी ठेकेदार ने रूचि नहीं ली। अब शासन से फिर से मार्गदर्शन ले रहे हैं। होरियापीपर से संयुक्त टीम ने एक डंपर को जब्त किया है। रेत की चोरी-अवैध खनन रोकने के लिए जिले में 11 स्थानों पर चेकिंग नाके बनाए जा रहे हैं।-दिवेश मरकाम, जिला खनिज अधिकारी नर्मदापुरम