रेलवे ने दी चेतावनी, जगह-जगह लगाए सूचना के पोस्टरफोटो : आइसी१७०१-०२
इटारसी.शहर से हाईवे को
लाल रंग पर पानी... तो नहीं करें अंडरपास को पार, डूब जाने का है खतरा
-गरीबी लाइन अंडरब्रिज में लाल रंग से बनाया खतरे का निशान
-रेलवे ने दी चेतावनी, जगह-जगह लगाए सूचना के पोस्टरफोटो : आइसी१७०१-०२
जोडऩे वाली पुलिया में बारिश का पानी भर गया है। रेल प्रशासन ने खतरे को देखते हुए अंडरब्रिज में लाल रंग से अलार्म की पट्टी बना दी है। जगह-जगह सूचना के पोस्टर लगाए दिए गए हैं। जिससे लोग अधिक पानी होने पर अंडरपास को पार नहीं करे।
उल्लेखनीय है कि गरीबी लाइन से हाईवे पीपल मोहल्ला को जोडऩे वाले रेलवे अंडरपास में बारिश का पानी भर गया है। फिलहाल पानी खतरे के निशान से नीचे है। रेल प्रशासन ने इसमें करीब तीन फीट ऊंचाई पर लाल रंग से पट्टी बना दी है। जिसे खतरे का निशान बताया जा रहा है। जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें लिखा गया है कि यदि लाल रंग के ऊपर से पानी बह रहा है तो अंडरपास को पार न करें। पानी में बह जाने का खतरा है।
अंडरपास में भर जाता है पानी, रास्ता हो जाता है बंद-गरीबी लाइन से हाईवे को जोडऩे वाले इस अंडरपास में थोड़ी बारिश में ही पानी भर जाता है। जिससे यह रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है। पानी अधिक होने पर भी लोग खतरा उठाकर यहां से आवाजाही करते हैं। जिसके बाद रेल प्रशासन ने अलर्ट करने खतरे का निशान बनाया है।
2014 में बनी थी डीपीआर-
फाटक बंद होने से स्थानीय लोगों की परेशानी के मद्देनजर पूर्व लोनिवि मंत्री सरताज सिंह ने अंडर ब्रिज बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग, ब्रिज कॉर्पोरेशन व रेलवे के इंजीनियरों ने संयुक्त रूप से गरीबी लाइन रेलवे गेट का निरीक्षण किया था। इसके बार रेलवे ने 5 करोड़ 50 लाख की लागत पर डीपीआर(डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर रेलवे को भेजा था। रेलवे की स्वीकृति मिलने के बाद वर्ष 2015 में अंडर ब्रिज का काम शुरू हुआ था।
हर रोज १० हजार लोग करते हैं आवाजाही-अंडरब्रिज के बनने से गरीबी लाइन, पुलिस लाइन, न्यास कॉलोनी, लाइन एरिया, सूरजगंज, महर्षी कालोनी, सोनासांवरी, मालवीयगंज सहित क्षेत्र के करीब १० हजार लोग रोज आना-जाना करते हैं। अंडरब्रिज बनने से शहर के लोग सीधे हाईवे 69 से जुड़ जाते हैं। नर्मदापुरम आने-जाने वालों को ओवरब्रिज का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। हालांकि बारिश का पानी भर जाने से लोग अब परेशान हो रहे हैं।
पहले मोटर लगाकर निकाला जाता था पानी-
अंडरब्रिज बनने के बाद इसमें पानी भर जाने से रेलवे ने मोटर लगाकर पानी फिंकवाया था। पिछले साल इसी तरह की समस्या बनी हुई थी। इस बार नगर प्रशासन लगातार अंडरब्रिज की सफाई करवा रहा है। बारिश से पहले अंडरब्रिज से जुड़ी नाली की सफाई भी करवाई गई थी।
इनका कहना है...गरीबी लाइन अंडरब्रिज में पानी भर जाने के बावजूद लोग जोखिम लेकर निकल रहे थे। इसी वजह से सूचना संकेतक लगाए गए हैं। लोगों को बताए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
-सूबेदार सिंह, पीआरओ रेल मंडल भोपाल