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मक्का और गन्ने की फसल चट कर रहे जंगली सुअर, उत्पादन पर पड़ेगा असर

किसानों ने कहा- खेत में जाने पर हमला होने की बनी रहती है आशंका

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मक्का और गन्ने की फसल चट कर रहे जंगली सुअर, उत्पादन पर पड़ेगा असर

मक्का और गन्ने की फसल चट कर रहे जंगली सुअर, उत्पादन पर पड़ेगा असर

नरसिंहपुर. जिले के ग्रामीण अंचलों में जंगली सुअरों ने खेतों की ओर रुख कर लिया है और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे किसानों में काफी चिंता का माहौल बना हुआ है। जंगली ***** समूह में खेतों में घुस कर फसल के बीचों बीच उत्पात करते हुए चारों ओर से नष्ट कर देते हैं। नष्ट की गई फसल में फिर उत्पादन की संभावना शून्य हो जाती है। हाल ही में करेली जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत अम्हेटा में खेतों में सुअरों ने धावा बोल दिया और यहां किसानों की मक्के की फसल को पूरी तरह से चट कर गए। यहां के किसान राहुल पटैल ने बताया कि सुअरों ने उनके खेत की करीब 5 एकड़ रकबे की मक्के की फसल को चौपट कर दिया है। इसी तरह गांव के अन्य किसानों की फसलों को भी यह ***** नुकसान पहुंचा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि बढ़ी लागतों के बीच खेती भी महंगी होती जा रही है। महंगी दवाइयों और उर्वरकों का उपयोग कर बड़ी उम्मीद के साथ फसल तैयार करते हैं लेकिन ***** फसल को पकने से पहले ही नष्ट कर रहे हैं। इसी तरह जंगली सुअरों के आतंक से गन्ने की फसल लगाने वाले किसान बेहद परेशान हैं। कई जगहों पर यह ***** गन्ने के खेतों में डेरा जमा लेते हैं और अंदर ही अंदर फसल को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। गौरतलब है इन दिनों फसलें अपनी पूरी बाढ़ पर होती हंै इसलिए फसलों के अंदर घुसकर निगरानी करना संभव नही हो पाता है।
लोगों पर भी कर रहे हमला
ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली सुअरों का आंतक इतना अधिक बढ़ गया है कि यह अब लोगों से भी नहीं डरते हैं। इनके रास्ते में यदि कोई अकेला व्यक्ति इनके सामने पड़ जाए तो यह उस पर हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर देते हैं। पिछले दिनों जिला अस्पताल में जंगली सुअरों के हमले में घायल होने के लगभग एक दर्जन मामले आए हैं।
जिले में 50 हजार हेक्टेयर है मक्के का रकबा
गौरतलब है पिछले सालों में जिले में खरीफ सीजन में सोयाबीन के विकल्प के रूप में किसानों का रुझान मक्के की खेती की ओर बढ़ा है। जिसके चलते किसान बहुतायत में जिले भर में मक् के की खेती कर रहे हैं। पिछले साल जिले में 34 हेक्टेयर में मक् के की फसल बोई गई थी वहीं इस साल कृषि विभाग द्वारा तय किए गए 40 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य से भी अधिक 50 हजार हेक्टेयर में किसानों ने मक् के की फसल बोई है। यह आंकड़ा लक्ष्य पूर्ति से भी 25 प्रतिशत अधिक है।

किसानों ने बताई परेशानी
इन दिनों जंगली ***** फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। सुअरों ने हमारी पांच एकड़ की मक्के की फसल को बुरी तरह से चौपट कर दिया है। यह समूह के रूप में फसलों में घुस जाते हैं और फसलों को खत्म कर देते हैं।
शिवप्रसाद मेहरा किसान अम्हेटा
जंगली ***** गन्ने की फसल को भी बहुत नुकसान पहुंचाते हैं यह गन्ने के खेत में अपना डेरा जमाए रहते है और अंदर ही अंदर फसल को नष्ट कर देते हैं, जब गन्ने की फसल की कटाई होती है तब नुकसान का पता चलता है।
राजकुमार परिहार, किसान अम्हेटा
वर्तमान में खेती की लागत बहुत अधिक बढ़ती जा रही है प्रशासन हमें सुअरों के नुकसान का मुआवजा भले ही न दे लेकिन इन सुअरों की धमाचौकड़ी और फसलों को होने वाले नुकसान को रोकने में कम से कम मदद तो करे।
राहुल पटैल, किसान अम्हेटा
जंगली सुअरों का आंतक इतना अधिक बढ़ गया है कि यह राह से गुजरते लोगों पर हमला कर घायल कर देते है जिससे आदमी घबरा जाता है और उसकी जान पर बन जाती है। यह ***** आदमी पर हमला कर उसे बुरी तरह से नोंच खसोट देते हैं। जिससे उसे महीनों तकलीफ उठाना पड़ती है।
धनराज पटैल, किसान अम्हेटां