नरसिंहपुर

कोरोना काल में पेयजल संकट से जूझ रहे MP के गांववासी

-नरसिंहपुर के ग्रामीण अंचल में लोगों को पीने के पानी के लिए करनी पड़ रही जद्दोजहद

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कोरोना काल में पेयजल संकट

नरसिंहपुर. कोरोना काल में घर से निकलना मना है। कोरोना कर्फ्यू लगा है। इसी में पेयजल संकट भी गहरा गया है। ऐसे में करें तो क्या करें। पीने के लिए पानी तो चाहिए, खाना बनाने के लिए भी पानी चाहिए। रोजाना के नित्य कर्म के लिए भी पानी चाहिए। ऐसे में लोगों को बाल्टी भर पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है।

गोटेगांव के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र में भीषण जलसंकट पैदा हो गया है। नगर के सभी 15 वार्डो में लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों को साइकिल, हाथ ठेला, बाइक के जरिए पानी ढोने को बाध्य हैं। नगर में जलापूर्ति के लिए जो टयूबवेल है वह पर्याप्त पानी नहीं दे पा रहे है।

लाठगांव रोड पर बनी पानी की टंकी का पानी सीमित क्षेत्र तक ही पहुंच रहा है। इसके चलते पानी के लिए लोगों को भागदौड़ करना पड़ रहा है। नगर के गौरादेवी वार्ड, बजरंग वार्ड, हरदौल वार्ड में मोटर जलने से जलसंकट पैदा हो गया है।

नगर पालिका इन वार्डो में टेंकर के जरिए पानी की आपूर्ति करा रही है पर वह पर्याप्त नहीं। उधर मुख्यमंत्री जल संवर्धयोजना जिसका उद्घाटन हो चुका है वह बंद पड़ी है। नागरिक लंबे समय से इस योजना से नगर में पानी की आपूर्ति शुरू कराने मांग कर रहे है। लेकिन नगर पालिका के अफसरों पर उसका कोई असर नहीं। नलजल योजना शाखा के अधिकारी चंदन सिंह कहते है कि चौधरी पिपरिया के फिल्टर प्लांट का एक ट्रांसफार्मर लगना है, जिसके लिए चेक पर सीएमओ के हस्ताक्षर कराने नरसिंहपुर जा रहे है। चेक विद्युत वितरण कंपनी को देकर ट्रांसफार्मर लगवाया जाएगा और उसके बाद योजना से पानी की आपूर्ति शुरू हो पाएगी। उन्होंने बताया कि नलकूप की मोटर ठीक कराई जा रही है।

नगर से लगे ग्राम छिंदौरी में लगे कई सरकारी हैंडपंप महिनों से बंद है। ग्रामीणों को पानी के लिए भागदौड़ को बाध्य हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन जनपद मुख्यालय से लगे गांव की समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है। छिंदौरी के वार्ड क्रमांक 9 में ग्रामीण लंबे समय से पानी की समस्या से परेशान है। यहां लगा एक हैंडपंप करीब 10 महिने से बंद है, अन्य जो हैंडपंप है उनमें पर्याप्त पानी नहीं है। नल का सुधार न तो पंचायत करा रही है और न ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग। वार्ड में रहने वालों का कहना है कि पानी की समस्या के कारण उन्हें दो से तीन दिन पुराना पानी तक पीना पड़ता है और इसी पानी को दूसरे कार्यो में उपयोग किया जाता है। गांव के नाले का पानी नहाने के लिए उपयोग कर रहे है। लोगों का कहना है कि कई बार पंचायत को पानी की समस्या से अवगत कराया जा चुका है। लेकिन सरपंच-सचिव द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

Published on:
13 May 2021 02:44 pm
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