बता दें कि गत 21 सितंबर को मोना कौरव के नेतृत्व में जिले के युवा कांग्रेसियों ने बड़ी रैली निकाली थी। हालांकि कई जगह इन्हें रोकने की कोशिश पुलिस ने की लेकिन वो सफल नहीं हो सके। मोना का कारवां लगातार विरोध जताते हुए आगे बढ़ता रहा। इन युवा कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा था। एक मौका तो ऐसा भी आया कि जब पुलिस ने इन्हें आगे जाने से रोका तो वो साथियों संग वहीं सड़क पर धरना देने बैठ गईँ। अब इन सारी घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार देर शाम एफआईआर दर्ज कर लिया।
ये भी पढें- संसद में पास हुआ कृषि संशोधन विधेयक, देश भर में विरोध प्रदर्शन अब इस एफआईआर का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस आरोप लगाया है कि सरकार की गलत नीतियों का विरोध करने पर दुर्भावनावश मामले दर्ज किए जा रहे है। युकां ने चेतावनी भी दी है कि यदि युवा कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए मामले वापस नहीं लिए जाते तो युकां जिलेभर में आंदोलन करेगी। यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष रोहित पटेल ने कहा है कि दुर्भावनावश दर्ज हुए मामले यदि वापस नहीं लिए जाते हैं तो संगठन इसका माकूल जवाब धरना-प्रदर्शन कर देगा। सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना युवा कांग्रेस का कर्त्तव्य है।