नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर एनएच 44 पर घेराबंदी की गई। इस दौरान दो गाड़ियों को रोका गया। दोनों गाड़ियों की सघन जांच की गई तो गाड़ी में विशेष रुप से छुपा कर रखी गई है हशीश मिली। इधर ब्यावरा में भी एक कार में से 22 लाख की कीमत का गांजा मिला है इसे हैदराबाद ले जाया जा रहा था।
एसटीएफ के निरीक्षक गणेश ठाकुर ने बताया भांग के पौधे में फल और फूल आने के बाद पूरे पौधे में केमिकल मिलाकर हशीश बनाया जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया में एक तेल भी निकलता है जिसका मेडिसिन में प्रयोग होता है। उन्होंने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में भी इसी तरह की ड्रग्स के उपयोग की बात सामने आई है।
दो वाहनों में अवैध मादक पदार्थ को छुपाने के लिए अलग-अलग जगहों पर विशेष कंपार्टमेंट बनाए गए थे। वाहनों की जांच की गई तो कई जगहों पर छुपा कर रखी गई है हशीश बरामद हुई है। मामले में 7 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है व तस्करी में प्रयुक्त दोनों वाहनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत जब्त किया गया है। माना जा रहा है यह अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह है। फिलहाल पुलिस ने तस्करी में शामिल लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है। माना जा रहा है कि इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।