
झांसीघाट का पुल डूबा, कई घंटे बंद रहा जबलपुर मार्ग
नरसिंहपुर. पिछले तीन दिनों की बारिश ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। नर्मदा सहित अन्य कई नदियों में जल स्तर बढऩे से पुलों पर पानी आ गया, जिससे जिला मुख्यालय से कई शहरों व गांवों का संपर्क टूट गया। झांसीघाट के पुल पर पानी आने से जबलपुर से गोटेगांव सडक़ मार्ग कई घंटे बंद रहा। शाम चार बजे तक पुल के ऊपर करीब चार फीट पानी रहा। खबर है कि देर रात पुल से पानी उतर गया था और आवागमन बहाल हो गया था। तेंदूखेड़ा क्षेत्र में पांड़ाझिर और बरांझ नदी में बाढ़ का पानी पुलों के ऊपर आ गया। इससे रास्ते पूरी तरह से बंद हो गए। तेंदूखेड़ा से गाडरवारा सडक़ मार्ग पर ककरा घाट में नर्मदा नदी पर बना पुल भी डूब गया। इससे आवागमन ठप हो गया। भामा के निकट बरांझ नदी का पानी पुल से लगभग 6 फ ीट ऊपर बहने से यह मार्ग भी पूरी तरह से बंद रहा। गाडरवारा क्षेत्र में साईंखेड़ा उदयपुरा मार्ग बंद हो गया। नर्मदा के झिकौली घाट पुल पर पानी आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। क्षेत्र में कई जगह पेड़ उखड़ कर गिरने से कई जगहों पर आवागमन में अवरोध पैदा हुआ। नया गांव से महादेव पिपरिया और मलाह पिपरिया से बम्होरी मार्ग पर ऊमर नदी पर बने पुल पानी में डूब गए। इन मार्गों पर आवागमन बंद हो गया। सुबह तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई जिससे कई जगहों पर पेड़ सडक़ों पर गिरे। जिससे आवागमन अवरुद्ध हुआ।
धमना क्षेत्र में पेड़ों के उखड़ कर बिजली की लाइन पर गिरने की वजह से बिजली सप्लाई ठप हो गई। चांवरपाठा विकासखंड के ग्राम भौंरझिर में पानी की टंकी भरभरा कर गिर गई। जिससे गांव में पेयजल का संकट निर्मित हो गया। जबकि ग्राम खुलरी में एक विद्युत ट्रांसफार्मर सहित बिजली के के खंभे धराशाई हो गए। जिससे इन गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। दो दिन की झमाझम बारिश के बाद सोमवार दोपहर 3.30 बजे बारिश थम गई जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। नरसिंहपुर शहर में बारिश के पानी की निकासी न होने से निचली बस्तियों में पानी भर गया। शहर के बीच से निकली सींगरी नदी उफनाने से रिपटा के ऊपर से पानी बहने लगा। कुछ लोग जान जोखिम में डालकर इसे पार करने लगे तो पुलिस तैनात करनी पड़ी।
जिले में अभी तक 941 मिमी वर्षा दर्ज
जिले में एक जून से 22 अगस्त तक की अवधि में औसत रूप से कुल 940.8 मिमी अर्थात 37.03 इंच वर्षा दर्ज की गई है। सोमवार सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 106 मिमी अर्थात 4.17 इंच वर्षा दर्ज की गई । इस दिन तहसील नरसिंहपुर में 117 मिमी, गाडरवारा में 79 मिमी, गोटेगांव में 110 मिमी, करेली में 98 मिमी और तेंदूखेड़ा में 126 मिमी वर्षा आंकी गई है। जानकारी के अनुसार 22 अगस्त तक तहसील नरसिंहपुर में 875 मिमी, गाडरवारा में 1056 मिमी, गोटेगांव में 841 मिमी, करेली में 1046 मिमी और तेन्दूखेड़ा में 886 मिमी वर्षा आंकी गई है। इसी अवधि में पिछले वर्ष जिले में औसतन 693 मिमी अर्थात 27.28 इंच वर्षा हुई थी। इस अवधि में पिछले वर्ष तहसील नरसिंहपुर में 657 मिमी, गाडरवारा में 735 मिमी, गोटेगांव में 537 मिमी, करेली में 596 और तेन्दूखेड़ा में 940 मिमी वर्षा हुई थी।
बारिश के मद्देनजर कंट्रोल रूम स्थापित
बारिश के कारण जिला एवं तहसील स्तर पर जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर हेल्प लाइन नम्बर जारी किए गए हैं। नरसिंहपुर के कंट्रोल रूम का टेलीफोन नम्बर 07792- 233552 और मोबाइल नम्बर 9425356909 व 9424357167, गाडरवारा के कंट्रोल रूम का टेलीफोन नम्बर 07791- 255732, गोटेगांव के कंट्रोल रूम का मोबाइल नम्बर 9424662493, करेली के कंट्रोल रूम का मोबाइल नम्बर 9755943535 और तेंदूखेड़ा के कंट्रोल रूम का मोबाइल नम्बर 9131651820 है।
Published on:
22 Aug 2022 11:46 pm
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