15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मनमाना किराया, ओवरलोडिंग और बिना वर्दी के करा रहे आटो का सफर

शहर के भीतर यात्रियों को उनके गंतव्य पर पहुंचाने वाले ऑटो चालक अपनी मनमानी पर उतारू हंै । मनमाना किराया ज्यादा वसूलने के बावजूद ऑटो में क्षमता से ज्यादा सवारियां बैठाई जा रही हैं, यदि कोई यात्री असुविधाजनक परिस्थिति में ओवरलोड आटो में बैठने से इनकार करता है तो उसे ऑटो से उतारकर जलील कर दिया जाता है

2 min read
Google source verification
Auto operators are arbitrary, three lives, two dozen passengers are si

Auto operators are arbitrary, three lives, two dozen passengers are si

नरसिंहपुर. शहर के भीतर यात्रियों को उनके गंतव्य पर पहुंचाने वाले ऑटो चालक अपनी मनमानी पर उतारू हंै । मनमाना किराया ज्यादा वसूलने के बावजूद ऑटो में क्षमता से ज्यादा सवारियां बैठाई जा रही हैं, यदि कोई यात्री असुविधाजनक परिस्थिति में ओवरलोड आटो में बैठने से इनकार करता है तो उसे ऑटो से उतारकर जलील कर दिया जाता है । न तो परिवहन विभाग कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही यातायात पुलिस इस पर ध्यान दे रही है। जिसकी वजह से यह समस्या दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है

जिला मुख्यालय पर ऑटो में क्षमता से ज्यादा सवारियां बैठाकर यात्रियों की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। परिवहन विभाग में११९८ आटो के रजिस्ट्रेशन हैं जिनमें से करीब ३०० ऑटो जिला मुख्यालय पर चल रहे हैं। ऑटो का सफर मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन से शुरू होता है और बस स्टैंड, मुशरान पार्क, सिंहपुर चौराहा होते हुए सुभाष पार्क चौराहा, कलेक्ट्रेट, जिला अस्पताल, गांधी चौराहा होते हुए आगे तक जाता है ।
स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को अपनी सुविधा के अनुसार नहीं बल्कि ऑटो चालकों की व्यवस्था के अनुसार यात्रा करनी होती है । पूर्व में स्टेशन से सुभाष पार्क चौराहा तक का किराया 5 रुपए लिया जाता था जिसके बाद आटो चालकों ने बढ़ाकर १० रुपए कर दिया। इसके बावजूद ऑटो में क्षमता से 3 गुना तक ज्यादा सवारियां बैठाई जा रही हैं। तीन यात्री क्षमता वाले आटो में पटिया लगाकर और ड्राइवर सीट के आजू बाजू में यात्रियों को बैठने के लिए मजबूर किया जाता है।यदि यात्री आपत्ति करता है तो उसे आटो से उतर कर दूसरे आटो में बैठने के लिए कह दिया जाता। जब तक ८ सवारियां नहीं बैठ जातीं आटो वहां से रवाना नहीं होता। मजबूरी में यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं । ओवरलोड आटो के कभी भी असंतुलित होने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आटो चालकों द्वारा यहां ड्रेस कोड का भी पालन नहीं किया जा रहा। जिला परिवहन अधिकारी का कहना है कि वैसे ऑटो संचालकों के लिए नियम यह है कि वह शासन से निर्धारित प्रति किलो मीटर की दर से यात्री से अपना किराया तय करके चल सकते हैं पर 3 से ज्यादा सवारियां बैठाने की अनुमति नहीं है। यदि वह इससे ज्यादा सवारियां बैठाते हैं तो यह नियम विरुद्ध है और इस पर कार्रवाई करने का प्रावधान है।
---------
वर्जन
आटो चालक तीन से ज्यादा सवारी नहीं बैठा सकते, निर्धारित किराया से ज्यादा राशि लेने व ओवरलोड पर कार्रवाई की जाएगी। ड्रेस न पहनने वाले आटो चालकों पर भी जुर्माना किया जाएगा।
जितेंद्र शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी
-------
वर्जन
समय समय पर ओवरलोड आटो पर कार्रवाई की जाती है, यदि कोई आटो चालक किसी यात्री से अभद्रता कर उसे परेशान करता है तो उसकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।
शिशिर पांडे, प्रभारी यातायात पुलिस
-----------
वर्जन
हमारे आटो चालक संघ की ओर से ओवरलोड पर सख्त प्रतिबंध है। इस पर एक हजार रुपए का जुर्माना भी तय किया गया है। अब तक ७० आटो पर हमने जुर्माना किया है। जिस व्यक्ति को आटो संचालन की जिम्मेदारी सौंपी थी उसने ओवरलोड कराया उसे हमने हटा दिया है।
नंद किशोर ठाकुर, अध्यक्ष मां शांति कृपा आटो चालक संघ