
Delhi high court
नरसिंहपुर. नगर पालिका नरसिंहपुर में पदस्थ सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे द्वारा भवन अनुज्ञा के लिए कलेक्टर के नाम का भय दिखाकर अवैध वसूली करने के मामले में एसडीएम और तहसीलदार ने नगर पालिका के कई अफसरों व कर्मियों सहित शिकायकर्ता के बयान दर्ज किए हैं जबकि आरोपी शिवहरे जांच अफसरों के सामने पेश नहीं हुआ। गौरतलब है कि कलेक्टर नगर पालिका के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हैं। जांच अधिकारी नरसिंहपुर एसडीएम राजेश शाह, तहसीलदार महेंद्र पटेल ने इस मामले में शिकायतकर्ताओं, पीडि़तों के साथ नपा के अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं।
बिना सूचना के गायब हुआ आरोपी अचानक आया ईमेल
एसडीएम राजेश शाह और तहसीलदार महेंद्र पटेल नगरपालिका में प्रकरण की जांच शुरू की गई तो उनके समक्ष आरोपित सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे प्रस्तुत नहीं हुआ। इस दौरान कर्मचारियों के बयानों में भी ये बात सामने आई कि जिला प्रशासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद शिवहरे 26 जनवरी को बिना पूर्व सूचना के मुख्यालय से नदारद रहा अधिक खोजबीन के दौरान आनन-फानन में नपा में मौजूद उसके शुभचिंतकों ने जांच दल के सामने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे का एक ऐसा ईमेल प्रस्तुत किया, जिसमें शिवहरे का कथित रूप से अवकाश आवेदन था।
इधर धड़ाधड़ जारी हो गईं अनुज्ञा
नगर पालिका नरसिंहपुर में भवन अनुज्ञा के लिए नियुक्त सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे के प्रकरण में कलेक्टर एवं नपा प्रशासनिक अधिकारी रोहित सिंह ने जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच पड़ताल शुरू करा दी है। एसडीएम राजेश शाह व तहसीलदार महेंद्र पटेल ने संबंधितों के बयान दर्ज किए। यहां खास बात यह रही की जैसे ही जांच दल ने प्रकरण की विवेचना करना शुरू किया, धड़ाधड़ एक के बाद लंबित भवन अनुज्ञा कई प्रकरणों में आनन-जारी कर दी गईं। कुछ मामले तो ऐसे थे, जिसमें स्थल परीक्षण तक नहीं किया गया था। बताया गया है कि शहरी विकास अभिकरण की टीम ने भवन अनुज्ञा प्रकरण की जांच की थी। उसके बाद एक साथ सारे प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया। इससे एक साथ दर्जनों लोगों को राहत मिल गई।
इनके दर्ज किए गए बयान
भवन अनुज्ञा के लिए नगर पालिका के प्रशासनिक अधिकारी व कलेक्टर का भय दिखाकर आवेदनकर्ता से 15 हजार रुपये की राशि लेने के प्रकरण में अब तक नगर पालिका सीएमओ समेत मुख्य शिकायतकर्ता कुंवर विक्रांत पटेल के बयान दर्ज हो चुके हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार अभिषेक शिवहरे द्वारा भवन अनुज्ञा के लिए मांगी गई राशि और वाट्सएप पर जो चैट हुए थे, उसकी समग्र जानकारी जांच दल को उपलब्ध करा दी गई है। शनिवार को भी कलेक्टर ने जनसपंर्क अधिकारी के माध्यम से उनके बयान दर्ज कराए हैं।
यह है मामला
सोशल मीडिया पर नगर पालिका के सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे के दो वाट्सएप चैट वायरल हुए थे। इसमें शिवहरे भवन अनुज्ञा देने के लिए नपा के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कलेक्टर के नाम का भय दिखाकर आवेदनकर्ता पुष्पा दुबे से पैसे मांगता नजर आ रहा था। इसके बाद 15 हजार रुपये भी सिवनी जिले के एक बैंक अकाउंट में आवेदक से ट्रांसफर कराए थे।
विवादों से रहा नाता
सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे का नगर पालिका में कार्यकाल विवादों से भरा रहा है। जानकारी के अनुसार शिवहरे अपने सहकर्मियों से भी अभद्रता करता था। कुछ समय पहले शिवहरे के खिलाफ कर्मचारी लामबंद भी हुए थे और आंदोलन होने ही वाला था, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के दखल से मामला किसी तरह से शांत हुआ।
वर्जन
सहायक अभियंता अभिषेक शिवहरे के प्रकरण की जांच चल रही है । इसमें संबंधित पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। दस्तावेजों की पड़ताल भी हो रही है। जैसे ही कोई कार्रवाई होगी इसके बारे में सूचित कर दिया जाएगा।
रोहित सिंह, कलेक्टर
Published on:
29 Jan 2022 09:00 pm
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