
wasted sports competition for three years, girls imprisoned in the rooms
नरसिंहपुर। प्रदेश की बेटियों से जुड़ी योजनाओं के संचालन व क्रियान्वयन को देशभर में भले ही सराहा गया हो लेकिन यहां शासकीय माध्यमिक कन्याशाला कंदेली में पढऩे वाली ४५ बेटियों के खेलमैदान को अफसरों ने तबाह कर दिया। खेल मैदान कचरे में तब्दील हो गया है और बेटियां कक्षाओं के कमरों में कैद हो गई हैं। वर्षों से यहां न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और न ही सही ढंग से कोई कार्यक्रम आयोजित हुए है।
जानकारी के अनुसार तीन वर्ष पूर्व इस स्कूल के खेलमैदान के समीप से होकर गुजरने वाली सड़क का चौड़ीकरण नगरपालिका द्वारा करवाया गया। इसके लिए खेलमैदान की बाउंड्रीवाल नगरपालिका ने तोड़ी। इस दौरान स्कूल प्रबंधन को आश्वासन दिया गया कि जल्द ही नई बाउंड्रीवाल का निर्माण करवाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। स्कूल की शिक्षिकाओं ने कई बार अफसरों व जनप्रतनिधियों ने समस्या का जिक्र करते हुए बाउंड्रीवाल बनवाने की मांग की, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले।
वाहनों का कब्जा, बना दिया कचराघर
वर्तमान में यहां पुलिस, एक बैंक व निजी स्कूल ने अघोषित कब्जा कर रखा है। इनके वाहन खेल मैदान में रोजाना खड़े किए जा रहे हैं। नगरपालिका के सफाईकर्मियों व स्थानीय लोगों ने मैदान को कचरेघर के रूप में तब्दील कर दिया है।
दुर्गंध आती है, खेलना मुश्किल
स्कूल में पदस्थ शिक्षिकाओं व छात्रों ने बताया कि मैदान में कचरा होने के कारण खिड़कियों से दुर्गंध कक्षाओं तक पहुंचती है। यहां थोड़ा देर खेलना भी मुश्किल हो जाता है।
इनका कहना
कईबार किया है पत्राचार
बाउंड्रीवाल निर्माण करवाने के लिए कई बार पत्राचार किया गया है। प्राइवेट स्कूल, बैंक और पुलिस के वाहन रोजाना यहां खड़े हो जाते हैं। बच्चियों को खेलने के लिए मैदान नहीं मिल रहा।
भारती दीक्षित, प्रभारी, शासकीय माध्यमिक कन्या शाला कंदेली
वर्तमान में यहां पुलिस, एक बैंक व निजी स्कूल ने अघोषित कब्जा कर रखा है। इनके वाहन खेल मैदान में रोजाना खड़े किए जा रहे हैं। नगरपालिका के सफाईकर्मियों व स्थानीय लोगों ने मैदान को कचरेघर के रूप में तब्दील कर दिया है।
दुर्गंध आती है, खेलना मुश्किल
Published on:
09 Dec 2018 09:16 pm
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