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नरसिंहपुर.रविवार को देवशयनी एकादशी होने के साथ ही चातुर्मास लग लग गया है, सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि इस अवधि में भगवान विष्णु पृथ्वी के संचालन की जिम्मेदारी भगवान शिव को सौंपकर विश्राम करने चले जाते हैं। इसी के साथ चार माह शुभ व मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इस अवधि में धर्म-कर्म और आराधना करने का विशेष महत्व बताया गया है। इसी के साथ ही चार माह के लिए बड़े शुभ कार्यों व शादियों पर विराम लग गया है अब 4 माह बाद देवउठनी ग्यारस यानि 4 नवंबर को पहला मुहूर्त रहेगा। पं. बसंत महाराज ने बताया है कि इस दौरान शुक्रतारे के अस्त होने से विधिवत लग्न मुहूर्त 28 नवंबर से शुरू होंगे। यानी भड़ली नवमी के बाद विवाह के मुहूर्त के लिए 140 दिन रुकना पड़ेगा। वैसे ४ नवंबर को देवउठनी ग्यारस को अबूझ मुहूर्त होने से इस दिन कई जोड़े विवाह सूत्र में बंधेंगे। क्योंकि अबूझ मुहूर्त में सभी प्रकार के शुभ व मांगलिक कार्य किए जा सकते है। इस सीजन में शादियों का आखिरी मुहूर्त ९ जुलाई को था। चातुर्मास में भगवान विष्णु विश्राम करते हैं और भगवान शिव सत्ता संभालते हैं।
चार माह में कई बड़े त्यौहार बढ़ेगा व्यापार मजबूत होगी अर्थव्यवस्था
इन चार महीनों में कई बड़े व्रत त्यौहार पड़ेंगे। जिससे एक ओर लोगों में धार्मिक भावना बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर स्थानीय बाजार को बल मिलेगा, व्यापार बढ़ेगा। जिससे जिले की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। आगामी दिनों में जुलाई माह में जो व्रत त्यौहार पड़ेंगे उनमें 11 जुलाई को वासुदेव द्वादशी प्रदोष व्रत विजया पार्वती मंगला तेरस, 13 को गुरु पूर्णिमा पर्व ,16 को गणेश चतुर्थी व्रत, १८ को मोना पंचमी नाग मरुस्थली, 18 को श्रावण मास का पहला सोमवार पड़ेगा, 19 को मंगला गौरी व्रत, 20 को शीतलाष्टमी, 24 को कामिका एकादशी व्रत, 25 को प्रदोष व्रत और सावन मास का दूसरा सोमवार पड़ेगा, 26 को शिव चतुर्दशी और मंगला गौरी व्रत, 28 को हरियाली स्नान दान श्रावणी अमावस्या पड़ेगी।
अगस्त माह में जो प्रमुख त्यौहार और व्रत हैं उनमें 11 अगस्त को रक्षाबंधन और 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी यानी प्रकटन दिवस और 31 को गणेशोत्सव पड़ेगा। इसके अलावा 2 अगस्त को नाग पंचमी 8 को एकादशी, 9 को प्रदोष व्रत मंगला गौरी 11 को श्रावणी व्रत पूर्णिमा रक्षाबंधन, 12 को स्नान दान पूर्णिमा कजलियां पर्व ,14 को कजरी तीज, 15 को गणेश चतुर्थी व्रत, 17 को हलषष्ठी व्रत, 19 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत, 20 को गोगा नवमी, 23 को जया एकादशी, 24 को प्रदोष व्रत, 25 को शिव चतुर्दशी व्रत, 31 को चतुर्थी व्रत होगा इस दिन से गणेश उत्सव प्रारंभ हो जाएगा ।
सितंबर माह में जो प्रमुख होंगे उनमें 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा और 26 को महाराजा अग्रसेन जयंती होगी । इसके अलावा 1 अगस्त को ऋषि पंचमी,3 को राधा अष्टमी, 6 को जलझूलनी डोल एकादशी, 7 को श्रावण द्वादशी, 8 को प्रदोष व्रत, 9 को गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी व्रत पूर्णिमा, 11 सितंबर से पितृपक्ष प्रारंभ हो जाएंगे। 17 को महालक्ष्मी व्रत, 21 को इंदिरा एकादशी व्रत और 26 सितंबर को स्नान दान पित्र मोक्ष आवस्या होगी। 26 सितंबर से शारदीय नवरात्र प्रारंभ होगी ।
अक्टूबर माह में जो प्रमुख व्रत त्यौहार होंगे उनमें 5 अक्टूबर को विजयादशमी यानी दशहरा पर्व और 24 को दीपावली पर्व शामिल है । 3 को दुर्गा अष्टमी महा अष्टमी व्रत, 4 को दुर्गा नवमी और जवारे विसर्जन ,9 को शरद पूर्णिमा, 13 को करवा चौथ, 22 को धनतेरस ,24 को दीपावली, 26 को अन्नकूट गोवर्धन, 27 को भाई दूज एवं यम द्वितीया पर्व होंगे।
Published on:
10 Jul 2022 09:37 pm
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