
Sikkim Floods
Sikkim Floods: सिक्किम में 3 अक्टूबर की रात को ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि 22 जवान सहित 100 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। NDRF और सेना का बचाव अभियान जारी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने उत्तरी सिक्किम में तबाही से पहले और बाद की दो तस्वीरें साझा की हैं। जिन्हें देखने के बाद साफ पता चल रहा है कि ल्होनक झील का पानी किस तरह से सूख रहा है।
[typography_font:14pt]ISRO ने जारी की ल्होनक झील की तस्वीर
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने सेटलाइट के जरिए तबाही के पहले और तबाही के बाद की तस्वीरों को साझा किया है। इसरो के मुताबिक, 17 और 28 सितंबरकिसी गोली के आकार वाली झील क्रमश: 162.7 हेक्टेयर और 167.4 हेक्टेयर में फैली हुई थी। जबकि बुधवार सुबह 6 बजे ली गई फोटो से पता चलता है कि झील का आकार आधे से भी कम हो गया है। इसने100 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैले जल को को गंवा दिया है अब मात्र 60.3 हेक्टेयर क्षेत्र में ही जल मौजूद है।
[typography_font:14pt;" >22 जवान लापता, कीचड़ में फंसी 41 गाड़ियां
बता दें कि उत्तरी सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता हो गए थे, जिनमें से एक को बचा लिया गया है। वहीं 22 जवान अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। इसके अलवा घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। रक्षा मंत्रालय कोलकाता के पीआरओ विंग कमांडर हिमांशु तिवारी ने हालात पर जानकारी देते हुए बुधवार को कहा था, "सेना के 23 जवान लापता हैं ( अब 22 ) और 41 वाहन अभी भी कीचड़ में फंसे हुए हैं। सिक्किम के लाचेन घाटी में अचानक आई बाढ़ के बाद राहत और बचाव का प्रयास जारी है।"
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Updated on:
05 Oct 2023 08:30 am
Published on:
05 Oct 2023 08:29 am
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