स्टेनलेस स्टील के हैं कोच
वंदे भारत के कोच स्टेनलेस स्टील के बने हैं। इसलिए यह हल्के और मजबूत हैं। इसके कोव अधिकतम 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ाने के लिए बने हुए हैं। कोच में ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं, जो मेट्रो के दरवाजे की तरह खुलते हैं। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेन के रुकने पर ही दरवाजे खुलते हैं।
तमिलनाडु में तैयार होते थे कोच
रेलवे ने आईसीएफ कोच बनाना बंद कर दिया है। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दशकों पहले इंटीग्रल कोच फैक्टरी चेन्नई, तमिलनाडु में तैयार किए जाते थे। यह लोहे से बने होते थे। इसका वजन काफी होता था। दुर्घटना की स्थिति में यह कोच एक दूसरे पर चढ़ जाते थे। ऐसे में जानमाल का काफी नुकसान होता था। इसकी शयनयान श्रेणी में 72 और वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में 62 सीट होती थी।