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महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया फंड से चल रहे 12 हजार करोड़ के 42 प्रोजेक्ट

- सेफ सिटी, सखी सेंटर से लेकर सीसीटीवी प्रोजेक्ट चल रहे हैं

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नवनीत मिश्र

नई दिल्ली। देश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार ने निर्भया फंड के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर जोर दिया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व वाले महिला एवं बाल विकास मंत्रालय निर्भया फंड के प्रोजेक्ट की संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर लगातार मॉनीटरिंग कर रहा है। देश में फिलहाल 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के 42 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसमें दिल्ली, मुंबई सहित देश के 8 शहरों में सेफ सिटी से लेकर देश भर में सखी सेंटर और सार्वजनिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे अहम प्रोजेक्ट शामिल हैं।

कमेटी करती है प्रोजेक्ट का मूल्यांकन

निर्भया फ्रेमवर्क के तहत, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक अधिकार प्राप्त समिति (ईसी) का गठन हुआ है। इसमें गृह सचिव, सड़क परिवहन सचिव, आईटी मंत्रालय के सचिव से लेकर अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड, आदि बतौर सदस्य शामिल होते हैं। ईसी निर्भया फंड के तहत वित्त पोषण के लिए मंत्रालयों और विभागों और राज्य सरकारों के परियोजना प्रस्तावों का मूल्यांकन और सिफारिश करता है।

इस वर्ष 7212 करोड़ रुपये जारी

मौजूदा वित्तीय वर्ष 2023-24 में में 7212 करोड़ रुपये निर्भया फंड को जारी हुए हैं। कुल 12008.445 करोड़ के 42 प्रोजेक्ट का इंपावर्ड कमेटी(ईसी) ने मूल्यांकन किया है। जिसमें महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े 721 करोड़ के 12 प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुके हैं।

निर्भया फंड से कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं

1- इमरजेंसी रेस्पांस सपोर्ट सिस्टम(ईआरएसएस)

सभी 36 राज्यों में 112 आपातकालीन नंबर वाली इमरजेंसी सुविधा चल रही है। 112 सर्विस के लांच होने के बाद से अब तक 25 करोड़ कॉल्स आ चुकी हैं। 11 लाख महिलाएं 112 एप्स डाउनलोड कर चुकी हैं।

2- 8 शहरों में सेफ सिटी प्रोजेक्टः दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ और मुंबई में निर्भया फंड के कुल 2919.55 करोड़ से सेफ सिटी प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है।

3- 1023 फास्ट ट्रैक कोर्टः निर्भया फंड के 767.25 करोड़ की लागत से देश में 1023 फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की भी कवायद हुई है। ताकि रेप के मामलों की तेज गति से सुनवाई करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सजा हो। फोरेंसिक लैब की स्थापनाः निर्भया फंड से चंडीगढ़ में 37.42 करोड़ की लागत से सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की स्थापना हुई है। इससे महिला अपराध के मामलों में डीएनए एनालिसिस की राह आसान हुई है।

4- महिला हेल्प डेस्कः देश के 13557 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना भी निर्भया फंड से हुई है

5- सीसीटीवी कैमरे लगेः कुल 500 करोड़ की लागत से 983 रेलवे स्टेशनों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और मॉनीटरिंग रूम की स्थापना हुई।

6- सखी सेंटरः निर्भया फंड के 868 करोड़ से सखी सेंटर की स्थापना हुई है।