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‘मुझे डराने की कोशिश…’ CBI छापेमारी के बाद दुर्गेश पाठक का दावा

CBI Raid on Durgesh Pathak: आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को केंद्र में BJP सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भाजपा उन पर और आप कार्यकर्ताओं को "डराने" के लिए छापेमारी का इस्तेमाल कर रही है।

भारत

Devika Chatraj

Apr 17, 2025

CBI Raid: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर हमला बोलते हुए उन पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को "डराने" के लिए छापेमारी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग करेंगे लेकिन डरेंगे नहीं।

सीबीआई की छापेमारी में कुछ नहीं


उन्होंने कहा कि उनके आवास पर तलाशी वारंट लेकर आई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों को कुछ नहीं मिला और उन्होंने उन्हें मामले से अवगत भी नहीं कराया। पाठक ने कहा, "सीबीआई की टीम ने मेरे दो कमरों के घर में तीन से चार घंटे तक पूरी तरह से जांच की। उन्होंने हर कोने को खंगाला। अगर उन्हें कोई किताब मिली, तो उन्होंने हर पन्ना पलटा। उन्होंने सब कुछ चेक किया लेकिन कुछ नहीं मिला। वापस जाते समय, उन्होंने उन लोगों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी ली जो विधायक रहते हुए मेरे पास अपने काम के संबंध में सहायता के लिए आते थे।

डराने की रणनीति


उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी की कथित "रणनीति" को आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं को "डराने" की रणनीति बताया। पाठक ने दावा किया कि 2027 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी ने उन्हें गुजरात का प्रभारी नियुक्त करने के बाद छापेमारी हुई। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि वे क्यों आए, और किस मामले के संबंध में...उन्होंने मुझे बताया भी नहीं। उन्होंने मुझे एक तलाशी वारंट दिखाया, और मैंने उन्हें अंदर बुलाया। चूँकि पार्टी ने मुझे गुजरात में सह-प्रभारी बनाया है, मुझे लगता है कि वे मुझे इसी वजह से डराने आए हैं।

FCRA उल्लंघन मामले में जांच


सीबीआई कथित एफसीआरए उल्लंघन के लिए आप नेताओं दुर्गेश पाठक और कपिल भारद्वाज की जांच कर रही है। यह मामला आम आदमी पार्टी (आप) और उसके कुछ पदाधिकारियों पर विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 2010 के कथित उल्लंघन से संबंधित है, जिसे 2020 में संशोधित किया गया था।

दुर्गेश पाठक और कपिल भारद्वाज शामिल


एफआईआर के अनुसार, यह मामला आप के पदाधिकारियों, जिसमें दुर्गेश पाठक और कपिल भारद्वाज शामिल हैं, उनके खिलाफ है। गृह मंत्रालय (एमएचए) से अनुमति के आधार पर सीबीआई अब औपचारिक रूप से जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निरोधन अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच शुरू की और एमएचए के साथ निष्कर्ष साझा किए। (ANI)

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