
बेंगलुरु में महिला पुलिस अधिकारी से बदतमीजी करते एक युवक के वीडियो का स्क्रीन शॉट। (फोटो: एक्स)
Drunk Man Abuses Woman Cop in Bengaluru: बेंगलुरु के व्यस्त इंदिरानगर इलाके में एक युवक के महिला पुलिस अधिकारी से बदतमीजी करने (Bengaluru woman cop abuse) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यह घटना ( Drunk Man Abuses Woman Cop in Bengaluru) स्थानीय लोगों में नाराज़गी का कारण बन गई है और पुलिस के प्रति सम्मान की बहस को फिर से शुरू कर दिया है। यह मामला इंदिरानगर के 100-फुट रोड पर एक पब के पास का है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक नशे में धुत्त है और (Drunk man viral video Bengaluru) ट्रैफिक पुलिस की टीम ने उसे रूटीन ब्रेथ एनालाइजर (श्वास परीक्षण) के लिए रोका था। इसी दौरान उसने मौके पर मौजूद महिला पुलिस अधिकारी से बहस शुरू कर दी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
वीडियो में युवक महिला अधिकारी से बार-बार यह मांग करता हुआ दिख रहा है कि वह कन्नड़ के बजाय हिंदी या अंग्रेज़ी में बात करें, क्योंकि वह स्थानीय भाषा नहीं समझता। साथ ही वह अपनी आवाज़ ऊंची कर के अधिकारी पर दबाव बनाने की कोशिश करता है।
घटना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, बेंगलुरु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और सोशल मीडिया पर एक कड़ा संदेश जारी किया। पुलिस ने कहा, “नशे में होकर पुलिस से बदसलूकी करने पर सीधी कार्रवाई होती है। ऐसा कदम उठाने से पहले सोचें, नहीं तो नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें।” इस कार्रवाई को लोगों ने सराहा और सोशल मीडिया पर युवक के खिलाफ सख्त सज़ा की मांग भी की गई।
इस घटना के बाद भाषा, नागरिक व्यवहार और महिला अधिकारियों के साथ व्यवहार जैसे मुद्दों पर फिर से चर्चा छिड़ गई है। कई लोगों ने कहा कि यह सिर्फ एक नशे में व्यक्ति की हरकत नहीं है, बल्कि यह कानून और वर्दी के सम्मान के प्रति एक गंभीर लापरवाही है।
एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा, “यह सिर्फ गाली नहीं है, यह उस मानसिकता का प्रदर्शन है जिसमें कुछ लोग खुद को क़ानून से ऊपर समझते हैं। यह जरूरी है कि इस पर कड़ा एक्शन हो ताकि ऐसा व्यवहार दोहराया न जा सके।”
स्थानीय लोगों और नेटिज़न्स का कहना है कि बेंगलुरु जैसी आधुनिक और प्रगतिशील सिटी में ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह नशे में हो या नहीं, उसे वर्दी में तैनात महिला या पुरुष अधिकारी से इस तरह बात करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
लोगों की मांग है कि पुलिस को ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई कर उदाहरण पेश करना चाहिए ताकि आने वाले समय में कोई भी कानून और अधिकारी के साथ इस तरह का व्यवहार करने की हिम्मत न करे।
बहरहाल बेंगलुरु की इस घटना ने न सिर्फ भाषा को लेकर संवेदनशीलता की जरूरत को उजागर किया है, बल्कि यह भी बताया कि कानून और कानून लागू करने वालों का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है। पुलिस की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई सही दिशा में एक मजबूत कदम है।
Updated on:
28 Sept 2025 03:18 pm
Published on:
28 Sept 2025 12:45 pm
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