
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने बुधवार देर रात दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उनके साथ आंध्र प्रदेश बीजेपी की नेता डी पुरुंदेश्वरी और तेलंगाना के बीजेपी अध्यक्ष किशन रेड्डी मौजूद थे। बता दें कि चंद्रबाबू नायडू को 371 करोड़ रुपये के कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार किया गया है।
चंद्रबाबू नायडू की जान को खतरा
दोनों नेताओं के बीच बुधवार देर रात को हुई बैठक में नारा लोकेश ने गृहमंत्री अमित शाह से अपने पिता की जान को खतरा बताया। करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में नारा लोकेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश की जगनमोहन सरकार उनके पिता को फर्जी केस में गिरफ्तार की है। उनके पिता की जान को राज्य सरकार से खतरा है। दरअसल चंद्रबाबू नायडू कौशल विकास घोटाले के सिलसिले में 11 सितंबर से आंध्र प्रदेश की राजमुंदरी सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में हैं. उनकी न्यायिक हिरासत 19 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है।
राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग
आंध्र प्रदेश पुलिस ने टीडीपी प्रमुख नायडू को कौशल विकास घोटाला मामले में 11 सितंबर को गिरफ्तार किया था, तब से वह आंध्र प्रदेश की राजमुंदरी सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। उनकी न्यायिक हिरासत 19 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। अमरावती इनर रिंग रोड घोटाला मामले में आंध्र प्रदेश सीआईडी द्वारा नायडू से पूछताछ शुरू करने के एक दिन बाद लोकेश ने शाह से यह मुलाकात की। लोकेश ने हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की थी और अपने पिता की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में उनसे हस्तक्षेप की मांग की थी।
तेलंगाना में पड़ सकता है असर
पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी लीडर चंद्रबाबू नायडू के बेटे की अमित शाह के साथ बैठक के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजनीति में खास मायने हैं। तेलंगाना की बीजेपी यूनिट इस बात को लेकर खास ही परेशान थी कि भ्रष्टाचार के आरोप में चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी भले ही सूबे की जगन सरकार ने की थी लेकिन राज्य में इस बात को लेकर प्रोपेगंडा चल रहा था कि चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी केंद्र के इशारे पर की गई है। लिहाजा तेलंगाना में चंद्रबाबू नायडू की जाति कापू के लोग बीजेपी से नाराज हो चले थे।
भाजपा का विपक्ष पर पलटवार
देर रात हुई इस बैठक के बाद आंध्र प्रदेश की बीजेपी अध्यक्ष डी पुरुंदेश्वरी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और उन्होंने प्रश्न खड़ा किया कि अब वो लोग क्या कहेंगे जो चंद्रबाबू की गिरफ्तारी का आरोप बीजेपी के सिर मढ़ना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि चंद्रबाबू के प्रति केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं होती तो देश के गृहमंत्री उनके बेटे नारा लोकेश से क्यों मिलते?
लोकसभा चुनाव के दौरान NDA में शामिल हो सकती TDP
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी लंबे समय से NDA की सहयोगी रही है। लेकिन 2019 के चुनाव से ठीक पहले चंद्रबाबू नायडू ने BJP के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया था और NDA से बाहर हो गए थे। उन्होंने देश में गैर भाजपा और कांग्रेेस के विपक्षी गठबंधन बनाने की कोशिश भी की।लेकिन सफलता नहीं मिली। वहीं, 2019 के राज्य के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी को जोर का झटका लगा और चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आंध्र प्रदेश की सत्ता पर काबीज YSR की केंद्र से अच्छे रिश्ते है और वह भी भाजपा से गठबंधन चाहती है। वहीं, नायडू भी NDA में वापसी करना चाहते हैै। ऐसे में देखने वाली बात ये है कि भाजपा दोनों में से किसे अपने साथ लेती है।
Published on:
12 Oct 2023 11:07 am
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