
Chandrayaan-3
Chandrayaan-3 elated Question And Answer:[typography_font:12pt;" > भारतीय मिशन मून यानी चंद्रयान अब से कुछ घंटों में चंद्रमा की सतह पर लैंड कर जाएगा। इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने पूरी तैयारी कर ली है। चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम को चंद्रमा के साउथ पोल पर उतारा जाएगा, जहां कभी सूर्य की रोशनी भी नहीं पहुंचती है। विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर उतरने के बाद 14 दिनों तक काम करेगा, जो चंद्रमा के दिन के बराबर है। आइए चंद्रयान -3 से जुड़ें दस बड़े सवालों के जवाब जानते हैं।
कितने बजे चंद्रमा पर उतरेगा लैंडर विक्रम
भारतीय स्पेसक्राप्ट चंद्रयान-3 को श्री सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से बीते महीने 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। आज यानी बुधवार शाम को इसके लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को चंद्रमा की सतह पर उतारा जाएगा। इसकी साउथ पोल पर 6:04 मिनट पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी, जिसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने पूरी तैयारी कर ली है।
2.आज ही के दिन क्यों कराई जा रही लैंडिंग
चंद्रमा पर अभी तक रात है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन सारी गड़नाएं करने के बाद आज के दिन लैंडिंग कराने की प्रक्रिया का फैसला लिया है, क्योंकि चांद पर आज प्रकाश दिखेगा। चंद्रयान-3 लैंड होने के बाद अपनी खोज प्रक्रियाओं में सौर्य ऊर्जा का प्रयोग करेगा।
3. मिशन मून पर कितने रुपये हुए खर्च
चंद्रयान-3 मिशन की लागत 600 करोड़ रुपये से ज्यादा की है। साल 2019 में चंद्रयान-2 लैंडिंग के वक्त कुछ तकनिकी खराबी आ गई थी। इसके बाद इसरो ने मिशन मून पर चंद्रयान-3 को भेजा है।
4.आज नहीं हुई साफ्ट लैंडिंग तो, 27 को होगी
देश और दुनिया की नजर मिशन मून चंद्रयान-3 पर टिकी हुई है। मिशन को लेकर जितना उत्साह और रोमांच है उतना ही चांद पर उतरना जटिल और मुश्किल। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 23 अगस्त को चंद्रयान की सफल लैंडिंग कराने में किसी में प्रकार की समस्या पैदा होने पर अपनी योजना को बदल सकती है। इसरो सैंटिस्ट नीलेश एम देसाई ने बताया कि पूर्व निर्धारित तिथि और समय पर साफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया में अड़चन आने पर इसे 27 अगस्त के लिए स्थगित किया जा सकता है।
5. अब तक कौन- कौन से देश चंद्रमा पर पहुंच चुके हैं?
आज चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग हो जाती है तो, भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा मुल्क बन जाएगा। इससे पहले, अमरीका, सोवियत संघ, चीन ये उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
7. कैसा दिखता है चांद
मिशन मून के लैंडर विक्रम द्वारा चंद्रमा की भेजी गई तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि चंद्रमा उतना सुंदर नहीं जितना की पृथ्वी। चंद्रमा की सतह पर काले रंग धब्बे, भारी भरकम पत्थरों की चट्टाने और घोर अंधेरा छाया हुआ है। चंद्रमा की सतह बेहद खुरदुरी है और यहां पर पानी ठोसीय अवस्था में उपस्थित है। चंद्रमा पर हमेशा धूल उड़ती रहती है, जिसकी वजह से स्पेस इक्यूपमेंट्स में चिपक जाती है और वो आसानी से खराब हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें: आज शाम को चांद पर उतरेगा चंद्रयान-3, जानिए कैसे और कहां देखें लाइव
Updated on:
23 Aug 2023 12:54 pm
Published on:
23 Aug 2023 12:53 pm
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