
हमारे देश में कई तरह के त्योहार मनाए जाते है। हर राज्य में अपनी संस्कृति के हिसाब से अलग-अलग त्योहार मनाते है। सबकी अपनी अलग-अलग आस्था और विश्वास है। इसका जीता जगता उदाहरण छठपूजा है। छठपूजा (Chhath Puja) को लेकर सभी का अपना विश्वास है। यह पर्व या पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाता है। दिवाली के 6 दिनों बाद छठ पूजा की शुरुआत होती है। इस साल छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय आज यानी 5 नवंबर (मंगलवार) को था। दूसरा दिन 6 नवंबर (बुधवार) को है। तीसरा दिन 7 नवंबर, गुरुवार को शाम का अर्घ्य है। चौथा दिन 8 नवंबर, दिन शुक्रवार को सुबह अर्घ्य के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो जाएगा। पूजा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है जिसमे झारखंड, देवगढ़ की BHU (Banaras Hindu University) की छात्रा आयुषी अन्या संस्कृत में छठपूजा का गीत गा रही है। यह गीत सुन कर सभी सोशल मीडिया यूजर्स मंत्रमुग्ध हो गए हैं।
शास्त्रों के अनुसार यह माना जाता है कि कार्तिक मास में सूर्य अपनी नीच राशि में होता है, इसलिए सूर्यदेव की विशेष उपासना करनी चाहिए। ताकि सभी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से दूर रहें। षष्ठी तिथि का सम्बन्ध संतान की आयु से होता है, इसलिए सूर्य देव और षष्ठी की पूजा से संतान प्राप्ति और उसकी आयु रक्षा दोनों हो जाती है।
रामायण के अनुसार जब रावण का वध करके राम जी देवी सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे, तो माता सीता ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत रखकर कुल की सुख-शांति के लिए षष्ठी देवी और सूर्यदेव की आराधना की थी। इसके अलावा द्वापर युग में द्रौपदी ने भी अपने पतियों की रक्षा और खोया हुआ राजपाट वापस पाने के लिए षष्ठी का व्रत रखा था।
Updated on:
05 Nov 2024 06:04 pm
Published on:
05 Nov 2024 06:03 pm
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