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मोदी और नीतीश के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे चिराग पासवान! फेंका सियासी पासा, इतने सीटों पर उतारे प्रभारी

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एक बार फिर राजनीतिक उठापटक होने के संकेत मिलने लगे हैं। एनडीए में अभी सीटों का बंटवारा भी नहीं हुआ है और एलेजपी (रामविलास) ने कई लोकसभा सीटों पर प्रभारी नियुक्त कर अपना मंसूबा जताने की कोशिश की है।

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राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में फिर बड़ा उलटफेर हो सकता है। एनडीए के नेता पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार की सभी 40 सीटों को जितने का दावा कर रहे हैं लेकिन उनके द्वारा लिए जा रहे निर्णय से ऐसा नहीं लग रहा है यहां सब ठीक है। सीट शेयरिंग से पहले बिहार में सत्ताधारी एनडीए के सहयोगी दलों द्वारा प्रेशर पॉलिटिक्स की शुरुआत हो गई है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के जीतन राम मांझी जहां दो मंत्री पद की मांग कर रहे हैं, वहीं लोजपा (रामविलास) ने भी 11 क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव प्रभारी की घोषणा कर, एक तरह से सीटों की दावेदारी पेश कर दी है।


जीतन राम मांझी राग रहे अलग अलाप

जब बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ था तब राहुल गांधी ने जीतन राम मांझी को फ़ोन कर महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया था। लेकिन उस वक्त मांझी ने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' के चार विधायक हैं। मांझी जिस भी गठबंधन में रहे हैं, उनकी पहचान दबाव की राजनीति करने की रही है। एक ओर मांझी मंत्रिमंडल में दो मंत्रियों की मांग कर रहे हैं, वहीं मंत्रिमंडल में जगह पा चुके मांझी के पुत्र और हम के नेता संतोष कुमार सुमन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सोमवार को मिलने भी पहुंचे। अब सभी की नजरें बिहार में होने वाली फ्लोर टेस्ट पर है जहां नीतीश कुमार को बहुमत साबित करना पड़ेगा।

मोदी के हनुमान भी मांझी के पीछे-पीछे

कई मौकों पर सांसद चिराग पासवान खुद को पीएम नरेंद्र मोदी का हनुमान बता चुके हैं। चिराग और नीतीश में कभी नहीं बनी है फिर भी अभी दोनों एनडीए का हिस्सा हैं। इधर, लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए में अभी सीट बंटवारा भी नहीं हुआ है लेकिन उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों में चुनाव की तैयारी के लिए प्रभारियों का ऐलान भी कर दिया है। पार्टी ने हाजीपुर, जमुई, खगड़िया, समस्तीपुर, वैशाली, नवादा, गोपालगंज, सीतामढ़ी, वाल्मीकिनगर, जहानाबाद और बेगूसराय में प्रभारियों की नियुक्ति की है।

चाचा की सीट पर भी दावेदारी

चिराग की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने जिन सीटों पर दावेदारी ठोकी है उनमें से हाजीपुर से चिराग के चाचा पशुपति पारस भी सांसद हैं। दोनों की लड़ाई कई मौकों पर सामने आ चुकी है। पार्टी के नेता इस मामले पर खुलकर बहुत कुछ नहीं बोल रहे हैं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक पार्टी इन सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अभी सीट बंटवारा नहीं हुआ है, जो भी सीटें मिलेंगी पार्टी वहां से चुनाव लड़ेगी। मालूम हो कि पिछले लोकसभा चुनाव में लोजपा के हिस्से छह सीटें आई थी। लेकिन अब लोजपा में दो गुट बन गए हैं और जबकि एनडीए में सहयोगी पार्टियों की संख्या भी पिछले चुनाव से बढ़ी है।