न्यायधीश खेहर ने अपनी पूरी उम्र में रक्तदान किया है। लेकिन अब उनके रक्तदान धर्म में एक रूकावट आ गई है। खेहर चाहते हैं कि वह पूरी उम्र इसी तरह रक्तदान करते रहे लेकिन उनके डॉक्टरों ने उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें रक्तदान करने से मना किया है। हालांकि खेहर जब 60 साल के थे तब भी डॉक्टरों ने उन्हें रक्तदान करने से मना किया था। लेकिन खेहर रूके नहीं और फिर भी रक्तदान करते गए। अब जब खेहर 65 साल के हो गए हैं तो डॉक्टरों ने हाथ खड़े करते हुए उन्हें रक्तदान करने से मना कर दिया है। बतां दे कि खेहर 27 अगस्त को 65 साल का होते ही वह सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश पद से रिटायर हो जाएंगे।