राहुल को सुनने जुटे थे 5 हजार प्रवासी भारतीय
दरअसल राहुल गांधी ने रविवार देर रात न्यूयॉर्क के जेविट्स सेंटर में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। राहुल गांधी को सुनने के लिए करीब 5 हजार प्रवासी भारतीय जुटे थे। यहां राहुल ने करीब 26 मिनट का भाषण दिया। इसी भाषण के दौरान राहुल गांधी ने ओडिशा ट्रेन हादसे का जिक्र करने के साथ-साथ अन्य मसलों पर मोदी सरकार पर तीखे हमले किए।
पीछे की तरफ देखकर देश की गाड़ी चला रहे मोदीः राहुल गांधी
अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश को पीछे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा- आप सब कार में बैठकर इस कार्यक्रम में आए, अगर आप सिर्फ रियर व्यू मिरर में देखकर गाड़ी चलाएंगे, तो क्या सही से चला पाएंगे। एक के बाद एक हादसे होंगे। लेकिन PM मोदी देश की गाड़ी ऐसे ही चला रहे हैं। वे सिर्फ पीछे की तरफ देख रहे हैं और फिर हैरान हो रहे हैं कि हादसे पर हादसे क्यों हो रहे हैं।
हम नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान चलाने आएः राहुल
प्रवासी भारतीयों को आई लव यू बोलने के बाद राहुल ने कहा कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान चलाने आए हैं। राहुल ने कहा कि यहां आप सबको देखकर मुझे गर्व होता है। आपकी विनम्रता देखकर मैं खुश हूं। आप सभी प्रवासी भारतीय अमरीका आए तो अपने साथ अहंकार नहीं लाए। आप सीमित संसाधनों के साथ यहां आए और उससे कुछ बेहतरीन बनाया।
हादसे पर सवाल पूछो तो कहेंगे कांग्रेस ने 50 साल पहले ये किया
राहुल गांधी ने आगे कहा कि RSS और भाजपा पीछे की सोच रखते हैं। उनसे कुछ भी पूछो, वो पीछे की तरफ देखने लगते हैं। उनसे पूछो ट्रेन हादसा कैसे हुआ, तो वो कहेंगे कि कांग्रेस सरकार ने 50 साल पहले ये किया था। उनसे पूछो कि आपने टेक्स्ट बुक से पीरियॉडिक टेबल क्यों निकाल दिया, तो वो कहेंगे कि कांग्रेस ने 60 साल पहले ये किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा और PM मोदी अपनी गलतियों के लिए दूसरों पर इल्जाम डालते हैं। जब कांग्रेस की सरकार में हादसा हुआ था, तो कांग्रेस ने कभी नहीं कहा कि ये अंग्रेजों की गलती से हुआ। कांग्रेस के रेल मंत्री ने हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।
गांधी और गोडसे पर भी राहुल गांधी ने कही बातें
इस दौरान राहुल ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है। इसमें एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे है। गोडसे ने गांधी को मारा, क्योंकि वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था। उसे किसी पर अपना गुस्सा निकालना था, तो उसने ऐसे इंसान को चुना जो भारत की आत्मा का प्रतिनिधित्व करता था।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी मॉडर्न थे, वे आगे की बात करते थे। गोडसे कायर था, वह सिर्फ बीते हुए कल की बात करता था। भाजपा इस विचारधारा को मानती है। हम महात्मा गांधी की सत्य और अहिंसा की विचारधारा को मानते हैं।
यह भी पढें – ‘मोहब्बत की दुकान’ से बदल रहा मूड! राहुल गांधी के बदले अंदाज से BJP क्यों है परेशान?