
कांग्रेस विधायक राहुल मामकुथाथिल (फोटो-आईएएनएस)
केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस विधायक राहुल मामकूथाथिल के खिलाफ यौन शोषण मामले में चल रही जांच अब शायद जल्द ही बंद होने जा रही है। ऐसा इसलिए नहीं है कि वह उन पर लगी सभी मामलों में बेगुनाह साबित हो गए है, बल्कि यह मामले इसलिए बंद होने जा रहे है क्योंकि मामकूथाथिल के खिलाफ शिकायत करने वाली सभी पीड़िताओं ने एकदम से अपने मामलों को आगे बढ़ाने से मना कर दिया है। अचानक पीड़िताओं के पीछे हट जाने के पीछे क्या वजह है इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है। ऐसे में राजनैतिक दबाव के जरिए पीड़िताओं को पीछे हटने के लिए मजबूर करना एक संभव वजह हो सकती है। लेकिन इसकी असल वजह अभी सामने नहीं आई है।
कांग्रेस विधायक के खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन अब वह सभी एकदम से बंद होने लगे है। सार्वजनिक रूप से सामने आकर विधायक पर यौन दुराचार का आरोप लगाने वाली दो महिलाओं ने जांचकर्ताओं को बताया है कि वे अब इस मामले पर कोई बयान नहीं देना चाहती है। वहीं मामकूथाथिल पर जबरन गर्भपात कराने का आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि वह अब अपनी शिकायत को आगे नहीं बढ़ाना चाहती है। इस तरह सभी शिकायतकर्ताओं के पीछे हटने से कांग्रेस विधायक के खिलाफ जांच अब बंद होती नजर आ रही है।
ममकूटथिल के खिलाफ इन मामलों में एफआईआर पीड़िताओं के नहीं बल्कि किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा दर्ज की गई थी। इसके बाद पुलिस ने बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल से कुछ दस्तावेज़ जुटाए जिसमें ममकूटथिल के एक महिला का गर्भपात कराने की व्यवस्था कराने से जुड़े सबूत थे। जिसके बाद अब टीम और ज़्यादा रिकॉर्ड इकट्ठा करने और पीड़ित का बयान सीधे तौर पर दर्ज करने बेंगलुरु जाएगी। ऐसे में अगर पीड़िता बयान दे देती है तो विधायक के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया जा सकता है। लेकिन सूत्रों के अनुसार पीड़िता ने इस मामले से पीछे हटने का फैसला कर लिया है और वह बयान नहीं देगी और बिना पीड़िता के बयानों के क्राइम ब्रांच कांग्रेस विधायक पर मजबूत आरोप नहीं लगा सकती है।
Updated on:
10 Sept 2025 12:17 pm
Published on:
10 Sept 2025 12:04 pm
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