
Agneepath Scheme सेना भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ को लेकर देशभर में युवा विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। कई राज्यों में इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया गया है, जिसके बाद सरकार कई प्रकार की छूट का ऐलान कर चुकी है वहीं तीनों सेना प्रमुखों ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया है कि क्यों सेना भर्ती के लिए नई स्कीम अग्निपथ को लाया गया है। वहीं विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे को भुनाने में लगी हुई है। लगभग सभी विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं। इसी बीच कांग्रेस दिल्ली के जंतर-मंतर में इसके विरोध में सत्याग्रह कर रही है।
इस सत्याग्रह में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, जय राम रमेश, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद और अलका लांबा सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया। वहीं इस बीच राहुल गांधी ने अग्निपथ स्कीम को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद दे कर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के ‘अग्निपथ’ पर चलने के लिए मजबूर किया है। 8 सालों में 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ पकोड़े तलने का ज्ञान। देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।
यह स्कीम देश के युवाओं को मार डालेगी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अग्निपथ विरोध के समर्थन में कांग्रेस के 'सत्याग्रह' में कहा यह स्कीम देश के युवाओं को मार डालेगी, सेना को खत्म कर देगी। इस सरकार की मंशा देखें और इसे हटाए। आप लोग ऐसी सरकार लाएं जो देश के प्रति सच्ची हो, देश की संपत्ति की रक्षा करे। मैं आपसे शांतिपूर्ण विरोध करने का आग्रह करती हूं लेकिन रुकना नहीं।
सरकार को जिद्दी नहीं होना चाहिए
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नई सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ पर विरोध के बीच सेंट्रल विस्टा परियोजना पर 20 हजार करोड़ रुपए के खर्च और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 8,400 करोड़ रुपए कस्टम-निर्मित विमान पर भी सवाल उठाया है। सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को जिद्दी नहीं होना चाहिए और 'अग्निपथ' योजना को वापस लेना चाहिए। इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू जैसी परियोजनाओं पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार पेंशन बिल कम करना चाहती थी तो और भी तरीके हैं। प्रधानमंत्री के लिए खरीदे गए दो विमानों को टाला जा सकता था। इसके साथ ही सरकार को सेंट्रल विस्टा नहीं बनाना चाहिए था।
सुधार लंबे समय से था लंबित
अग्निपथ योजना पर सैन्य मामलों के विभाग लेफ्टिनेंट जनरल व अतिरिक्त सचिव अनिल पुरी ने अग्निपथ योजना पर प्रेस कांफ्रेस करके कहा कि यह सुधार लंबे समय से लंबित था। हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं। आज बड़ी संख्या में जवान अपने 30 के दशक में हैं और अधिकारियों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है। हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।
Updated on:
19 Jun 2022 03:25 pm
Published on:
19 Jun 2022 03:02 pm
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