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मातम में बदली दुर्गा पूजा की खुशियां: करंट लगने से मासूम की मौत, इकलौते बेटे की लाश से लिपट कर रोई मां

दरभंगा में बारिश के चलते एक दुर्गा पूजा पंडाल में करंट आने से एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्च के माता पिता विकलांग है और मृतक उनका इकलौता बेटा था।

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भारत

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Himadri Joshi

Oct 02, 2025

12-year-old boy dies after being electrocuted at Durga Puja pandal

दुर्गा पूजा पंडाल में करंट लगने से 12 साल के लड़के की मौत (फोटो- पत्रिका ग्रफिक्स)

पश्चिम बंगाल के दरभंगा में दुर्गा पूजा के दौरान एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। यहां पंडाल में करंट आने के चलते एक 12 साल के मासूम की मौत हो गई, जिसके चलते उसकी मां का रो रो कर बूरा हाल हो गया। इस घटना के दर्दनाक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए है जिसमें मां अपने मरे हुए बेटे के शव को माता की मूर्ति के सामने रख कर उनसे उसे फिर से जिंदा करने की भीख मांग रही है।

अमरजीत अपने माता पिता का इकलौता बेटा

आजमनगर शहर के दुर्गा मंदिर में यह दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है। दुर्घटना में मारा गया 12 साल का अमरजीत कुमार अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। अमरजीत के माता-पिता दोनों ही दिव्यांग है। मंगलवार रात को बारिश के चलते पंडाल और उसकी सजावट पूरी तरह भीग गई थी। पंडाल में लगे बांस के भीग जाने से उनमें लगे तारों में करंट दौड़ने लगा और पास में खेल रहा अमरजीत उस करंट की चपेट में आ गया।

कई देर तक बिजली से चिपका रहा अमरजीत

लंबे समय तक किसी का भी ध्यान अमरजीत की तरफ नहीं गया जिसके चलते वह कई देर तर बिजली से चिपका रहा। तभी एक महिला ने अमरजीत को देखा और वह मदद के लिए चिल्लाने लगी। आस पास के लोग तुरंत दौड़ कर वहां पहुंचे और तुरंत बिजली कनेक्शन को बंद करके अमरजीत को करंट से अलग किया। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनकर विकलांग माता पिता की हालत खराब हो गई और वह बिलख बिलख कर रोने लगे।

मां मेरे बेटे को लौटा दो मेरे बेटे को जिंदा कर दो

अस्पताल से आने के बाद मां ने बेटे के शव को पंडाल में माता की मूर्ति के सामने रख दिया और उनसे अपने बेटे को जिंदा करने की भीख मांगने लगी। मां हाथ उठा उठाकर दुर्गा मां से अपने बेटे के जीवन की गुहार लगाने लगी। मृतक बच्चे की मां रोते रोते कह रही थी कि, अरे मां मेरा बेटा तो तेरे दर्शन करने आया था, हम तो तेरी पूजा करने आए थे, फिर मेरे बच्चे को क्यों छीन लिया। मां मेरे बेटे को लौटा दो मेरे बेटे को जिंदा कर दो। हम कैसे रहेंगे, कैसे जिएंगे। घटना की सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन मां अमरजीत के शव से लिपट गई और उसने उसे जाने नहीं दिया। बाद में पुलिस और कमेटी के बहुत समझाने के बाद अमरजीत के माता पिता शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को राजी हुए।