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दिल्ली में लगेगा 20 हजार रुपये का चालान, निकलने से पहले जान लें ये नियम

Delhi Vehicle Entry Rules: दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद GRAP-4 लागू कर दिया गया है, जिसके तहत वाहनों पर सख्त पाबंदियां और भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

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दिल्ली में GRAP-4 लागू (IANS)

Delhi Pollution: राजधानी दिल्ली एक बार फिर स्मॉग की चपेट में है। प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 13 दिसंबर से GRAP-4 लागू कर दिया है। आज से दिल्ली में वाहनों पर कड़े नियम लागू हो गए हैं, जिनका उल्लंघन करने पर 20 हजार रुपये तक का जुर्माना या गाड़ी जब्ती की कार्रवाई हो सकती है।

दिल्ली एंट्री पर पूरी सख्ती

GRAP-4 के तहत दिल्ली में बाहर से आने वाले गैर-BS-6 मानक वाले प्राइवेट वाहनों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। केवल BS-6 डीजल/पेट्रोल, CNG और इलेक्ट्रिक वाहन ही दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे। BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहन NCR में भी बैन हैं (आवश्यक सेवाओं को छोड़कर)। बॉर्डर पर ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की टीमें तैनात हैं, जो ANPR कैमरों और मैनुअल चेकिंग से वाहनों की जांच कर रही हैं। नियम तोड़ने पर वाहन तुरंत डायवर्ट या वापस भेजे जा रहे हैं।

'No PUC, No Fuel' नियम सख्ती से लागू

दिल्ली सरकार ने 'नो PUC, नो ईंधन' नियम आज से लागू कर दिया है। बिना वैध प्रदूषण अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट वाली गाड़ी को पेट्रोल पंप पर ईंधन नहीं दिया जाएगा। सभी पेट्रोल, डीजल और CNG पंपों पर यह नियम अनिवार्य है। उल्लंघन पर 20 हजार रुपये तक का चालान काटा जा सकता है। निगरानी के लिए 126 चेकपॉइंट्स पर टीमें और 537 से अधिक पुलिसकर्मी पेट्रोल पंपों पर तैनात हैं। ANPR कैमरे और ऑडियो अलर्ट सिस्टम से भी चेकिंग हो रही है।

ट्रकों और मालवाहकों पर बैन

दिल्ली में सभी ट्रकों की एंट्री बंद है। हालांकि, दूध, पानी, फल-सब्जी, अनाज, दवाइयां, ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, फायर सर्विस, LPG और पेट्रोल-डीजल सप्लाई जैसे आवश्यक वस्तुओं से जुड़े वाहनों को छूट मिली है। BS-4 या उससे नीचे के डीजल मीडियम/हेवी गुड्स वाहन, गैर-दिल्ली रजिस्टर्ड LCV और BS-4 डीजल बसें भी प्रतिबंधित हैं। कंस्ट्रक्शन मटेरियल ले जाने वाले ट्रकों को जब्त किया जा सकता है।

मेट्रो फ्रीक्वेंसी बढ़ी

सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो ने ट्रेनों की संख्या और फ्रीक्वेंसी बढ़ा दी है। जरूरत पड़ने पर इसे और बढ़ाया जाएगा। सरकार इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बढ़ाने और कार-पूलिंग ऐप लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है।

पानी का छिड़काव जारी

सड़कों की सफाई के लिए मैकेनिकल स्वीपर्स, पानी का छिड़काव और कूड़ा उठाने वाली मशीनें तैनात की गई हैं। IIT मद्रास के साथ मिलकर स्मॉग-ईटिंग सतहों पर काम शुरू हो गया है। निर्माण कार्य पूरी तरह बंद हैं।