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36 घंटे में 800 से ज्यादा उड़ानें डिले, ATC में आई बड़ी खराबी हुई दूर

दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर ATC के AMSS सिस्टम में आई तकनीकी खराबी से 800 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं। AAI ने बताया कि सिस्टम अब पूरी तरह बहाल हो गया है और उड़ानें सामान्य रूप से चल रही हैं।

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IG airport technical issue resolved

दिल्ली एयरपोर्ट पर तकनीकी समस्या हुई सही (X/@DelhiAirport)

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) पर शुक्रवार को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के Automatic Message Switching System (AMSS) में आई गंभीर तकनीकी खराबी के कारण 800 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं, सैकड़ों यात्री घंटों फंसे रहे। अब एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने पुष्टि की है कि AMSS पूरी तरह ठीक हो गया है। बैकलॉग क्लियर और सभी उड़ानें शेड्यूल अनुसार संचालित हो रही हैं।

क्या थी समस्या?

शुक्रवार सुबह AMSS सिस्टम में अचानक खराबी आ गई, जिससे उड़ानों के फ्लाइट प्लान मैसेज प्रोसेसिंग रुक गई। इससे ATC को फ्लाइट प्लान मैन्युअली संभालने पड़े, जो समय लेने वाली प्रक्रिया है।

क्या आई दिक्कतें?

  • 800 से ज्यादा उड़ानें देरी से चलीं।
  • सैकड़ों यात्री टर्मिनल पर घंटों फंसे रहे।
  • विमानों की औसत देरी 45-50 मिनट तक रही (Flightradar24 डेटा)।
  • Auto Track System (ATS) और Automatic Terminal Information System (ATIS) की फीड बाधित हुई, जिससे मौसम डेटा और फ्लाइट प्लानिंग प्रभावित हुई।

IGI एयरपोर्ट से रोजाना 1,500 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती हैं। गड़बड़ी का असर दिल्ली एयरस्पेस में भीड़ बढ़ने से उत्तर भारत के अन्य एयरपोर्ट्स पर भी पड़ा, जैसे मुंबई, लखनऊ, जयपुर, अमृतसर और चंडीगढ़ में उड़ानें देरी से चलीं।

यात्रियों की परेशानी

  • टर्मिनल 1, 2 और 3 पर लंबी कतारें लगीं।
  • कई उड़ानें बार-बार रीशेड्यूल हुईं।
  • सोशल मीडिया पर यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें बिना अपडेट के विमान में बैठे इंतजार करना पड़ा।

कैसे ठीक हुई समस्या?

AAI के अनुसार, 6 नवंबर को आई खराबी की पहचान कर OEM विशेषज्ञों, ECIL टीम और AAI कर्मचारियों ने मिलकर सिस्टम पुनर्स्थापित किया। देर शाम तक AMSS रिस्टोर हो गया और ऑटोमेटेड ऑपरेशंस बहाल हुए। बैकलॉग भी क्लियर कर दिया गया।

एविएशन एक्सपर्ट की राय

कैप्टन शराथ पनिकर ने कहा, "सिस्टम फेल होने पर फ्लाइट प्लान मैन्युअली एंटर करना पड़ता है, जो देरी का मुख्य कारण बनता है। ATIS डेटा मैन्युअल फीड से वेदर अपडेट लेट होते हैं। उड़ान हवा में जाने के बाद दिक्कत कम होती है, लेकिन टेकऑफ तक पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।"

एयरपोर्ट की एडवाइजरी

दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा, "AMSS को प्रभावित करने वाली तकनीकी समस्या में सुधार हो गया है। उड़ान संचालन सामान्य है। सभी एजेंसियां मिलकर यात्रियों को असुविधा न हो, यह सुनिश्चित कर रही हैं।"