
आतंकी दानिश गिरफ्तार (IANS)
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े संदिग्ध नेटवर्क पर सख्ती बरतते हुए झारखंड के अलग-अलग जिलों में व्यापक छापेमारी की। हाल ही में गिरफ्तार पांच आतंकवादियों से पूछताछ के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और रसायन बरामद किए हैं। विशेष रूप से पोटेशियम नाइट्रेट सहित नाइट्रिक एसिड, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सल्फर पाउडर और अन्य रसायनों की जब्ती ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है।
मुख्य आरोपी अशहर दानिश (23), जो बोकारो जिले का निवासी है, को 10 सितंबर को रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित न्यू तबारक लॉज (तबरक लॉज) से गिरफ्तार किया गया था। दानिश, जो आईएसआईएस का कथित 'सीईओ' और 'गजवा लीडर' था, पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देश पर रांची में बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों की साजिश रच रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद झारखंड एटीएस और रांची पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में यह गिरफ्तारी हुई।
दानिश के कमरे से पुलिस ने आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायन, कॉपर शीट्स, सर्किट, पिस्टल, कारतूस, लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए। अदालत ने दिल्ली पुलिस को दानिश समेत दो मुख्य आरोपियों को 12 दिनों की रिमांड पर सौंप दिया है, ताकि उसके नेटवर्क और योजनाओं का पर्दाफाश हो सके।
इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने दानिश के नेटवर्क से जुड़े चार अन्य संदिग्धों को विभिन्न राज्यों से दबोचा। इनमें मुंबई के कल्याण निवासी आफताब कुरेशी और मुंब्रा के सूफियां अबूबकर खान शामिल हैं, जिन्हें 9 सितंबर को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। उनके पास दो पिस्टल और 50 जिंदा कारतूस मिले। अन्य दो- मध्य प्रदेश के राजगढ़ से कमरान कुरेशी और एक अन्य सहयोगी- को भी हिरासत में लिया गया। सभी आरोपी 20-26 वर्ष के युवा हैं और ऑनलाइन आईएसआईएस प्रोपगैंडा से प्रभावित बताए जा रहे हैं। ऑपरेशन दिल्ली, मुंबई, झारखंड, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक तक फैला, जहां दर्जनों ठिकानों पर छापे मारे गए। झारखंड के पलामू जिले में भी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया।
झारखंड पुलिस की एटीएस इस मामले में पूरी तरह सक्रिय है। दानिश के झारखंड में फैले सहयोगियों की जानकारी जुटाने के लिए दिल्ली स्पेशल सेल के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। टेक्निकल सर्विलांस और ह्यूमन इंटेलिजेंस के जरिए नेटवर्क की गहराई खंगाली जा रही है। पूर्व में गिरफ्तार आतंकियों जैसे लोहरदगा के फैजान उर्फ फैज, रांची के अल-कायदा इंडिया सब-कॉन्टिनेंट के मास्टरमाइंड डॉ. इश्तियाक (रेडियोलॉजिस्ट) और उसके सहयोगियों से भी दानिश के संपर्कों की पड़ताल की जा रही है।
जांच में सामने आया है कि दानिश 'प्रोजेक्ट मुस्तफा' के तहत भारत में खलीफा-शैली का नेटवर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा था। वह अपने ग्रुप को 'मनी हाइस्ट' सीरीज से प्रेरित 'प्रोफेसर' जैसे कोड नेम देता था। पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर वह रांची में बड़े हमलों की तैयारी कर रहा था। बरामद रसायनों से आईईडी बनाने की क्षमता साबित होती है, जो पोटेशियम नाइट्रेट जैसे सामग्रियों पर आधारित है।
Published on:
18 Sept 2025 04:17 pm
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