राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में लगातार दूसरे दिन कमी देखने को मिली है। नए केस राहत जरूर दे रहे हैं, लेकिन संक्रमण दर अब भी 30 फीसदी के पार बनी हुई है जो चिंता बढ़ा सकती है। इसके साथ ही बीते 6 महीने में राजधानी में जितनी मौत कोरोना से हुई थी, उतनी बीते कुछ दिनों में हो गई हैं।
राजधानी दिल्ली में कोरोना से जंग के बीच राहत देने वाली खबर सामने आई है। यहां लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 20718 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जो एक दिन पहले के मुकाबले 4 हजार कम है जबकि उससे एक दिन पहले के मुकाबले 8 हजार से ज्यादा कम हैं। मामलों में गिरावट भले ही राहत दे रहे हैं,लेकिन संक्रमण दर 30 फीसदी के पार बनी हुआ है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री का मानना है कि अब दिल्ली में लगातार कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिलेगी।
दिल्ली में कोरोना संकट के बीच बीते 24 घंटे में मरने वालों का आंकड़ा 30 रहा है। इस समय दिल्ली में सक्रमण दर 30% के पार चला गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले एक दिन में 67,624 सैंपल की जांच में 30.64 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके चलते 20,718 लोग संक्रमित मिले हैं। जबकि 30 मरीजों की मौत हुई है। इनके अलावा 19,554 मरीजों को छुट्टी दी गई।
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दिल्ली में नए मामलों के साथ कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 16 लाख 91 हजार 684 पहुंच गई है। इनमें से 15 लाख 72 हजार 942 मरीज अब तक ठीक हुए हैं। वहीं कोरोना के चलते 25 हजार 335 मरीज अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं।
राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामले 93,407 हैं जिनमें से 2,518 मरीज अलग अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं 585 मरीज कोविड निगरानी केंद्र और 32 मरीजों का इलाज कोविड स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहा है।
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इस बात ने बढ़ाई चिंता
दरअसल अब तक के आंकड़ों को देखकर यही कहा जा रहा है कि डेल्टा के मुकाबले कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन कम खतरनाक है। अस्पतालों में बेड खाली हैं। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाने वाली जो बात है वो ये कि संक्रमण दर और डेथ रेट भी बढ़ रहा है। दिल्ली की बात करें तो पिछले 6 महीने में यहां जितनी मौतें नहीं हुई थीं, उतनी बीते कुछ दिनों में हो चुकी हैं।