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PM Modi के ऐलान से पूरा हुआ किसान का सपना, पूरे 12 साल बाद पहना चप्पल, जानिए क्यों?

Farmer wore slippers after 12 years: महबूबनगर में PM की घोषणा के बाद एक किसान ने लगभग 12 साल बाद चप्पल पहनी। दरअसल, निजामाबाद जिले के पालेम गांव के किसान मुत्याला मनोहर रेड्डी की सालों से तेलंगाना को एक हल्दी बोर्ड देने की मांग थी।  

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी की 1 अक्टूबर को तेलंगाना के दौरे पर थे। यहां उन्होंने महबूबनगर में सरकारी योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए राज्य में हल्दी बोर्ड के गठन का ऐलान किया। प्रधानमंत्री के इस ऐलान के बाद राज्य के हल्दी किसानों खुशी की लहर दौड़ गई। PM मोदी के इस ऐलान से एक किसान की 12 साल पहले की गई प्रतिज्ञा पूरी हो गई।

किसान ने 12 साल बाद पहनी चप्पल

महबूबनगर में PM की घोषणा के बाद एक किसान ने लगभग 12 साल बाद चप्पल पहनी। दरअसल, निजामाबाद जिले के पालेम गांव के किसान मुत्याला मनोहर रेड्डी की सालों से तेलंगाना को एक हल्दी बोर्ड देने की मांग थी। मनोहर रेड्डी का कहना था कि हल्दी की फसल के लिए लाभकारी मूल्य नहीं मिलने से किसानों को काफी परेशानी होती है, जिससे फसल औने-पौने दाम में बिकती हैं और समर्थन मूल्य भी नहीं मिल पाता, जिससे किसानों को काफी घाटा होता है।

राज्य में अगर एक हल्दी बोर्ड स्थापित कर दिया जाए, तो किसानों के लिए ये वरदान साबित होगा और जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में हल्दी बोर्ड के गठन का ऐलान किया किसान की प्रतिज्ञा पूरी हो गई और उन्होंने चप्पल पहन लिया।

हल्दी बोर्ड के गठन के लिए दर-दर भटके किसान

लोगों ने बताया कि हल्दी किसान मनोहर रेड्डी ने 4 नवंबर 2011 को हल्दी बोर्ड मिलने तक चप्पल नहीं पहनने का प्रण लिया था। हल्दी बोर्ड स्थापित करने के लिए किसान मनोहर रेड्डी ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को कई याचिकाएं भी दी थीं। अपनी मांगों को लेकर मनोहर रेड्डी 2013 में आर्मोर से तिरुपति तक पैदल गए थे और वेंकटेश्वर स्वामी से प्रार्थना की थी।

जिसके बाद रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की हल्दी बोर्ड देने की घोषणा के बाद मनोहर रेड्डी ने रविवार शाम निजामाबाद कृषि बाजार कार्यालय में चप्पल पहनी। उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि हल्दी बोर्ड के अनुदान से उनका सपना साकार हो गया है।

हल्दी बोर्ड के गठन पर क्या बोले प्रधानमंत्री?

महबूबनगर में रविवार को बोर्ड के गठन का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड के बाद हल्दी के गुणों को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है और विश्व में हल्दी की मांग काफी बढ़ गई है। आज हल्दी का उत्पादन किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। किसानों को सही समय पर उनके उत्पादन का सही लाभ मिले, इसके लिए मैं राज्य में हल्दी बोर्ड के गठन का ऐलान करता हूं।

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