
Haryana Politics Manohar Lal Khattar: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने बुधवार को करनाल विधानसभा सीट से इस्तीफा देने की घोषणा की। खट्टर ने यह घोषणा विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान की। उन्होंने कहा कि वह आज करनाल विधानसभा सीट से त्यागपत्र दे रहे हैं और नये मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा क्षेत्र की देखरेख करेंगे। खट्टर ने आगे कहा कि आगे भाजपा की तरफ से जो कार्य मिलेगा, वह करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें भरपूर स्नेह देने के लिये हरियाणा की जनता का आभार व्यक्त किया। बता दें कि खट्टर ने मंगलवार को ही मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था और शाम को नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। खट्टर का राजनीतिक भविष्य क्या होगा और पार्टी उन्हें क्या जिम्मेदारी देगी, इसे लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है।
हरियाणा के नए सीएम वर्तमान में कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। जैसे ही पूर्व सीएम खट्टर ने आज विधायकी से इस्तीफा दिया, चर्चा इस बात की होने लगी की उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी सीएम सैनी के सीट से उतारेगी। वहीं, सीएम सैनी करनाल विधानसभा से उपचुनाव में उतरेंगे। लेकिन अब खबर आ रही है कि खट्टर को भाजपा शीर्ष नेतृत्व पंजाब का नया गवर्नर बनाने पर विचार कर रही है।
खट्टर विधायक रहते राज्यपाल नहीं बन सकते थे, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। अगर बीजेपी खट्टर को गवर्नर बनाती है, तो इस से पंजाब की भगवंत मान सरकार की चिंता बढ़ जाएगी। बता दें कि अभी पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित हैं। उनके और पंजाब के मुख्यमंत्री के बीच तनातनी लंबे समय से ही चली आ रही है।
पीएम मोदी ने 11 मार्च को एक कार्यक्रम में मनोहर लाल खट्टर को अपना पुराना साथी बताया था। जिस अंदाज में पीएम मोदी ने खट्टर के बारे में लोगों को बताया उसे सुनने के बाद ऐसा लगा कि पीएम हरियाणा के पूर्व सीएम पर काफी भरोसा करते हैं। ऐसे में अगर मनोहर लाल को यह जिम्मेदारी मिलती है तो वह पंजाब के गवर्नर के रूप में चंडीगढ़ के साथ हरियाणा पर भी नजर रखेंगे। दोनों राज्यों में और खासकर पंजाब में बीजेपी आलाकमान के आंख-कान के रूप में काम करेंगे।
बता दें कि पंजाब के मौजूदा गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने 2 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने इस्तीफा पत्र में पुरोहित ने पद छोड़ने का कारण निजी बताया था। लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार न करना भाजपा के हरियाणा में उठापटक के गेम प्लान का हिस्सा था।
Published on:
13 Mar 2024 07:15 pm
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