क्या है प्रस्ताव
- सभी गिग वर्कर्स का पंजीयन अनिवार्य होगा और उनके पंजीयन की जिम्मेदारी भी इनसे काम लेने वाली कंपनियों की हो सकती है।
- केंद्र सरकार असंगठित क्षेत्र और गिग वर्कर्स को इलाज से लेकर भविष्य निधि जैसी सुविधा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक सुरक्षा बोर्ड का गठन कर सकती है।
- अस्पताल में इलाज की सुविधा गिग वर्कर्स के साथ उनके परिवार को भी दी जा सकती है।
घरेलू सहायकों को भी सामाजिक सुरक्षा
सरकार घरों में काम करने वाले सहायक या सहायिका की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी योजना बना रही है। इसके तहत सरकार घरों के मालिक से इनकी सामाजिक सुरक्षा के लिए आर्थिक योगदान की अपील कर सकती है। जैसे कि अगर आपके घर में कोई खाना पकाने वाला आता है और वह अटल पेंशन योजना से जुड़ा है तो आप उसकी किस्त भर सकते हैं। मंत्रालय का मानना है कि लोग अपने घरों में काम करने वालों को दिवाली, होली या कई अन्य मौके पर उपहार या राशि देते हैं। इसकी जगह वह इनकी सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी वित्तीय जिम्मेदारी ले सकते हैं।