
फर्जी दस्तावेजों के साथ मानव तस्करी का एजेंट गिरफ्तार (File Photo)
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों की सतर्कता से मानव तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। अधिकारियों ने 28 वर्षीय कमलजीत कौर को फर्जी विवाह प्रमाणपत्र के सहारे नीदरलैंड्स के एम्स्टर्डम ले जाने की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस मामले में मुख्य आरोपी विजय कुमार राधेश्याम ग्रोवर (43) को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली में ट्रैवल एजेंट के रूप में काम करने वाला ग्रोवर, जो पंजाब के जालंधर का निवासी है, महिला के साथ हवाई अड्डे पर पहुंचा और दावा किया कि वे शादीशुदा हैं। उसने दिसंबर 2023 का एक विवाह प्रमाणपत्र पेश किया, जो कथित तौर पर गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) से जारी था। हालांकि, नियमित पूछताछ में उनके जवाबों में विरोधाभास पाए जाने पर गहन जांच की गई, जिसमें प्रमाणपत्र फर्जी साबित हुआ।
पूछताछ में कमलजीत कौर ने बताया कि ग्रोवर ने विदेश भेजने के नाम पर उनसे 25 लाख रुपये लिए थे। वहीं, ग्रोवर ने स्वीकार किया कि वे शादीशुदा नहीं हैं। पुलिस को शक है कि ग्रोवर ने 30-35 लोगों के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनवाए हैं। वह थाईलैंड, चीन, दुबई, लंदन समेत नौ देशों में 13 बार यात्रा कर चुका है।
जांच में पता चला कि यह रैकेट फर्जी शादी के बहाने महिलाओं को विदेश भेजकर उनके शोषण की साजिश रचता था। मामले में ग्रोवर के पार्टनर गुरजीत सिंह की तलाश जारी है, जो महिला को आरोपी से जोड़ने वाला मध्यस्थ था। मुंबई क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल ने जांच शुरू कर दी है और एक टीम पंजाब भेजी गई है ताकि इस तस्करी नेटवर्क का पूरी तरह पर्दाफाश किया जा सके।
साहार पुलिस स्टेशन में मानव तस्करी, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। ग्रोवर को 15 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में और पीड़ितों का पता चल सकता है। हवाई अड्डे पर सतर्कता बढ़ा दी गई है ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
Published on:
09 Oct 2025 01:08 pm
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