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Patrika Poll: मानहानि केस में राहुल गांधी को नहीं मिली राहत तो ये होगा विपक्ष का चेहरा? जनता की राय चौंकाने वाली

The Face of Opposition Alliance: मानहानि केस में राहुल गांधी को राहत नहीं मिलने की सूरत में विपक्षी गठबंधन को किसे आगे करना चाहिए? पत्रिका ने इस मसले पर ट्विटर पर पोल किया। जिसका नतीजा अब सामने आ चुका है।

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मानहानि केस में राहुल को नहीं मिली राहत तो कौन होगा विपक्षी गठबंधन का चेहरा?

मानहानि केस में राहुल को नहीं मिली राहत तो कौन होगा विपक्षी गठबंधन का चेहरा?

The Face of Opposition Alliance: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनावी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने बेंगलुरु में बड़ी बैठक कर अपने गठबंधन का नया नामकरण कर दिया है। दूसरी ओर राजधानी दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व में पीएम मोदी की अध्यक्षता में एनडीए की मेगा मीटिंग जारी है। बेंगलुरु में विपक्षी दलों की मीटिंग के बाद गठबंधन का नाम UPA के जगह पर Indian National Developmental Inclusive Alliance (INDIA) कर दिया गया है। जिसके बाद 2024 का रण NDA बनाम INDIA हो गया है। विपक्षी दलों की बैठक में 26 दलों ने एकजुटता तो दिखाई, लेकिन 2024 के चुनाव में इस गठबंधन का चेहरा कौन होगा? इसपर फिलहाल कोई बात नहीं हुई है।


विपक्षी दलों का चेहरा कौन?

विपक्षी दलों की मीटिंग तो जारी है लेकिन चेहरे को लेकर पशोपेश कायम है। राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर अब भी तलवार लटक रही है। ऐसे में यदि राहुल गांधी 2024 का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे तो विपक्षी गठबंधन का चेहरा कौन होगा, यह अहम सवाल है। पत्रिका ने ट्विटर पर पोल के जरिए इस मुद्दे पर लोगों की राय जानी। जिसमें यह नतीजा सामने आया कि यदि राहुल को राहत नहीं मिलती है तो प्रियंका गांधी को विपक्षी गठबंधन का चेहरा होंगी।


पत्रिका पोल में क्या निकला नतीजा?

दरअसल 18 जुलाई को पत्रिका ने ट्विटर पर एक पोल किया था। इस पोल के जरिए पत्रिका ने यह लोगों ने यह जानना चाहा कि मानहानि केस में राहुल गांधी को राहत नहीं मिलने की सूरत में विपक्षी गठबंधन को किसे आगे करना चाहिए? इस सवाल के जवाब में पत्रिका ने चार नामों को विकल्प के रूप में दिया था। जिसमें प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी थीं।

इस पोल का नतीजा अब सामने आ गया है। 45.2 प्रतिशत लोगों ने प्रियंका गांधी को चुना। दूसरे नंबर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रहे। केजरीवाल को 29.4 प्रतिशत लोगों ने विपक्षी गठबंधन का चेहरा माना।

तीसरे नंबर पर बिहार के सीएम और जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार रहे। नीतीश के पक्ष में 17.5 प्रतिशत लोगों ने वोटिंग की। बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी इस पोल में चौथे स्थान पर रहीं। उन्हें मात्र 7.9 प्रतिशत लोगों का वोट मिला।

ऐसे में पत्रिका पोल की माने तो राहुल गांधी को राहत नहीं मिलने की दशा में प्रियंका गांधी को विपक्षी गठबंधन को आगे करना चाहिए।


राहुल गांधी पर क्यों लटक रही तलवार?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द की जा चुकी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी सरनेम को लेकर दिए विवादित बयान वाले मानहानि केस में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई है। गुजरात हाईकोर्ट ने भी निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है।

अब राहुल ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। यदि राहुल को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लग सकती है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर 21 जुलाई को सुनवाई होनी है।

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