भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह तूफान बनकर भयंकर चक्रवात में बदल सकता है। इसके साथ ही ओडिशा के तटीय इलाकों में 65 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं कहर बरपा सकती हैं। मौसम विभाग ने इस तूफान का नाम ‘मिधिली’ दिया है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया है कि दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह 16 नवंबर को आंध्र प्रदेश तट पर पश्चिममध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव में बदल जाएगा। इसके बाद यह पश्चिमोत्तर और पश्चिम की तरफ बढ़ जाएगा। इसके बाद यह चक्रवात उत्तर और पूर्वोत्तर की तरफ मुड़ जाएगा। 17 नवंबर को एक बार फिर से ओडिशा तट से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी आएगा।
समुंदर में न जाएं मछुआरे
मौसम विभाग ने सलाह दी है कि 17 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी में कोई भी मछुआरा न जाए। कोई भी ऐसा करता है तो उसके जान को जोखिम हो सकता है। बंगाल और ओडिशा के मछुआरों को विशेष सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि 16 नवंबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो सकी है।
ऐसे रखा जाता है समुद्री तूफान का नाम
समुद्र में आने वाले तूफानों का नाम रखने एक नियम बना हुआ है। इसके आधार पर ही इस हिंद महासागर में आने वाले तूफान का नाम रखा जाता है। हिंद महासागर में आने वाले तूफानों का नाम रखने के लिए 13 देशों का बारी बारी से अनुबंध है। इन 13 देशों में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश सहित मालदीव, म्यांमार, ओमान, कतर, थाइलैंड, ईरान, सऊदी अरब, यूएई और यमन शामिल हैं।