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भारत ने 17 साल बाद फिर शुरू किया प्रत्यर्पण, कार दुर्घटना अपराध में नागरिक को अमेरिका भेजा

भारत ने अमेरिका के साथ 17 साल बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी है। हाल ही में गैर-इरादतन हत्या के मामले में अमेरिका को पहला आरोपी सौंपा है।

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भारत

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Devika Chatraj

Sep 30, 2025

extradition process with america

17 साल बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू (IANS)

भारत ने 17 साल के अंतराल के बाद अमेरिका के साथ प्रत्यर्पण प्रक्रिया फिर से शुरू की है। इसी कड़ी में 54 वर्षीय भारतीय नागरिक गणेश शेनॉय को 20 साल पुराने एक सड़क हादसे के मामले में अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है। इस हादसे में 44 वर्षीय फिलिप मास्ट्रोपोलो की मौत हो गई थी। नासाऊ काउंटी अभियोजक कार्यालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।

20 साल पहले का हादसा

अप्रैल 2005 में न्यूयॉर्क के हिक्सविले में हुए इस हादसे में शेनॉय ने तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हुए लाल बत्ती तोड़ी और मास्ट्रोपोलो की कार से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मास्ट्रोपोलो की कार 20 मीटर खिसककर एक ट्रक से जा टकराई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद शेनॉय को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने इलाज से इंकार कर दिया। उसका पासपोर्ट जब्त होने के बावजूद वह 14 दिन बाद न्यूयॉर्क से मुंबई भाग गया।

कानूनी कार्रवाई और प्रत्यर्पण

अगस्त 2005 में शेनॉय के खिलाफ दूसरे दर्जे की गैर-इरादतन हत्या का आरोप दर्ज हुआ और इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया। मुंबई से हिरासत में लिए गए शेनॉय को हाल ही में अमेरिका लाया गया। नासाऊ काउंटी की अभियोजक ऐन डोनली ने कहा, "कानून से 20 साल तक बचने के बाद शेनॉय को आखिरकार न्याय के कटघरे में लाया गया है, ताकि वह उस हादसे की जिम्मेदारी ले, जिसमें दो बच्चों के पिता की जान गई।" अदालत में पेशी के बाद जज ने उसे बिना जमानत के जेल भेज दिया।

भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि

1997 में भारत और अमेरिका के बीच हुई प्रत्यर्पण संधि के तहत गंभीर अपराधों के आरोपी एक-दूसरे को सौंपे जा सकते हैं। न्यूयॉर्क के कानून के अनुसार, शेनॉय को इस मामले में अधिकतम 15 साल की सजा हो सकती है।