
Isro Send Robot In Space After Chandrayan 3 :चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत मानव मिशन के लिए तैयार है। गगनयान का परीक्षण भी चल रहा है। इसके लिए पैराशूट का परीक्षण सफल हो गया है लेकिन इस मिशन से पहले भरत एक कृत्रिम मेधा का रोबोट ‘वायुमित्र’ को 2024 के शुरुआत में ही अंतरिक्ष में भेजेगा। अंतरिक्ष एवं परमाणु ऊर्जा विभाग के राज्य मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह ने इस बात की जानकारी दी है।
स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र पर गोपनीयता के पर्दों को उतार सार्वजनिक क्षेत्र के लिए खोल दिया है। इससे नई तकनीक और प्रतिभाएं लाने का मार्ग खुल गया है। इस समय अंतरिक्ष क्षेत्र में 350 से अधिक स्टार्ट अप्स काम कर रहे हैं। यह सभी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को आधुनिक उपकरणों की आपूर्ति का प्रस्ताव दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें : चंद्रयान 3 के लैंडर मॉड्यूल से चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने कहा ‘Welcome buddy’, ISRO ने बताया कब होगी लैंडिंग
चंद्रयान-3 के मिशन पर डॉ.सिंह ने कहा कि मिशन इस बार निश्चित रूप से कामयाब होगा और यह तय अवधि से अधिक काम करेगा। इसके प्रक्षेपण की योजना में समय अवश्य लगा है लेकिन इससे खर्च कम हुआ और प्रतिरोध कम होने से मिशन सुरक्षित रहा है। 23 अगस्त को यह तय समय पर चांद की सतह पर उतरेगा। इसके उतरने की सटीक जगह का निर्णय उसी समय किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसरो का अगला मिशन गगनयान है। इसके लिए इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में एक मानवरहित यान भेजा जाएगा। अगले वर्ष के पूर्वार्द्ध में कृत्रिम मेधा युक्त रोबोट ‘वायुमित्र’ को भेजा जाएगा और इसकी सफलता एवं अध्ययन के बाद वर्ष 2024 के उत्तरार्द्ध में मानव मिशन भेजा जाएगा।
Published on:
21 Aug 2023 05:03 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
