Ahmedabad Plane Crash में सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्टाफ जांच के घेरे में आ गया है। क्रैश की जांच में लगीं अलग-अलग एजेंसियां ने ग्राउंड स्टाफ से पूछताछ की है और उनके फोन जब्त कर लिए हैं। एजेंसियों ने विमान में किसी साजिश के होने से इनकार नहीं किया है। ये जांच एजेंसियां क्रैश की असली वजह जानने की कोशिश कर रही हैं।
इन एजेंसियों में Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB), गुजरात पुलिस, एयपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और डीजीसीए शामिल हैं। अमेरिकी विशेषज्ञ भी अलग से जांच कर रहे हैं। एक सूत्र ने बताया कि फ्लाइट की ग्राउंड हैंडलिंग में एयरपोर्ट के जितने भी लोग शामिल थे, उनके बयान रिकॉर्ड किए गए हैं। प्रमुख मेंबरों के फोन जब्त कर लिए गए हैं, जिन्होंने एयरक्राफ्ट के टेकऑफ को हरी झंडी दिखाई थी।
जांचकर्ताओं ने एयरपोर्ट से हादसे वाले समय से पहले का CCTV फुटेज निकलवाया है। 12 जून को AI 171 Crash के बाद जांच एजेंसियों ने Digital Flight Data Recorder (DFDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) बरामद कर लिया है, जिसे अहम साक्ष्य माना जा रहा है। इससे पता लगाने में आसानी होगी कि AI 171 Crash का असल कारण क्या रहा। CVR रिकॉर्ड में कॉकपिट की आवाज, पायलट की बातचीत, इंजन का साउंड आदि मौजूद हैं। दूसरी तरफ DFDR के जरिए फ्लाइट की क्रैश से पहले स्पीड, Log Hours, ऑटो पायलट इनपुट आदि की जानकारी मिलेगी।
जांचकर्ताओं ने कहा कि पायलट ने क्रैश से ठीक पहले Mayday कॉल किया था। उसके बाद विमान का एटीसी से संपर्क टूट गया था। बोइंग के अधिकारी भी जांच में सहयोग कर रहे हैं। ऐसा पहली बार है जब Boeing 787 क्रैश हुआ हो। अमेरिकी एजेंसियां जांच में तथ्य सामने आने के बाद ऐहतियाती कदम उठाने की सिफारिश करेंगी। अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन, NTSB और ब्रिटेन के एविएशन एक्सपर्ट जांच टीम का हिस्सा हैं।
Updated on:
18 Jun 2025 03:17 pm
Published on:
18 Jun 2025 02:58 pm