भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट को लकेर नया रूल लागू किया है। अब ट्रेन टिकट के दलालों ने इस पर नया खेल शुरू कर दिया है। वह सोशल मीडिया साइट्स पर आधार वेरिफाइड यूजर आइडी बेच रहे हैं।
भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने तत्काल टिकट (Tatkal Ticket) बुक करने के लिए नया रूल लागू किया है। इसके तहत रेलवे के तत्काल टिकट सिर्फ IRCTC की वेबसाइट व ऐप से ही बुक किया जा सकता है। टिकट बुक करने के लिए यूजर को अपने अकाउंट को आधार (Adhar) के साथ लिंक करना जरूरी कर दिया गया है, लेकिन ट्रेन टिकट (Train Ticket) के दलालों ने सोशल मीडिया पर तत्काल टिकट को लेकर नया खेल शुरू कर दिया है। वह आधार वेरिफाइड अकाउंट्स और ओटीपी बेच रहे हैं।
रेलवे की तत्काल टिकट बुक करने के लिए कई ग्रुप्स टेलीग्राम पर मौजूद हैं। यहां हजारों एजेंट्स हर समय ऑनलाइन मौजूद रहते हैं। वह अपनी पहचानत छिपाने के लिए अंतरराष्ट्रीय नंबरों का इस्तेमाल करते हैं। इन ग्रुप्स में महज 360 रुपए में टिकट बुक करने के लिए IRCTC की यूजर आईडी बेची जा रही है। इन ग्रुप्स में एजेंट बुकिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए बॉट या ऑटोमेटिक ब्राउजर एक्सटेंशन का दावा करते हैं। इससे टिकट के डिटेल्स ऑटोफिल फीचर के लिए जल्द अपलोड हो जाता है और रियल यूजर्स पर बढ़त हासिल होती है।
टेलीग्राम पर तत्काल टिकट बुकिंग का खेल चलाने वाले शातिर बॉट बेचने वाली Dragon, JETX, Ocean, Black Turbo और Formula One जैसी वेबसाइटों का इस्तेमाल करते हैं। इनकी कीमत 999 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक होती है। इसे खरीदने के बाद एडमिन बताता है कि इनका इस्तेमाल कैसे करना है। गौरतलब बात ये है कि ये बॉट यूजर्स के पर्सनल डेटा भी चुराते हैं।
रेल मंत्रालय ने IRCTC द्वारा एंटी बॉट सिस्टम की तैनाती से 2.5 करोड़ से ज्यादा फर्जी यूजर आईडी को निलंबित किया गया है। साथ ही अब एसी और नॉन एसी दोनों कैटेगरी के लिए तत्काल टिकट खुलने के पहले 30 मिनट के दौरान एजेंट बुकिंग पर बैन लगा दिया गया है।
रेलवे ने बताया कि अब ट्रेनों का रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। अभी तक यह चार्ट सिर्फ 4 घंटे पहले तैयार होता था। रेलवे के नए फैसले से यात्रियों को अब वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं होने पर वैकल्पिक यात्रा या दूसरा टिकट बुक करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा।
रेलवे स्टेशन के काउंटर से तत्काल बुक करने पर 15 जुलाई से आधार नंबर देना होगा। काउंटर पर आधार वेरिफिकेशन होगा। मोबाइल पर आए OTP को टिकट बुक करने वाले रेलवे अधिकारी को बताना होगा।