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बेटी की पढ़ाई के लिए दांव पर लगा मां का मंगलसूत्र, फिर हुआ कुछ ऐसा

कर्नाटक के एक निजी नर्सिंग कॉलेज ने छात्रा के दस्तावेज लौटाने के बदले मां का मंगलसूत्र और गहने जब्त कर लिए, जिससे शिक्षा माफिया की लूट उजागर हुई। हालाँकि चेयरमैन ने आरोपों को खारिज कर गहने अगले दिन लौटाने की बात कही है।

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बेटी की पढ़ाई के लिए दांव लगा मंगलसूत्र (AI Image)

कर्नाटक के गंगावती में एक मां की ममता और मजबूरी की कहानी सामने आई है, जहां एक निजी नर्सिंग कॉलेज ने बेटी के दस्तावेज लौटाने के बदले मां रेणुकम्मा का मंगलसूत्र और सोने के गहने जब्त कर लिए। बीएससी नर्सिंग की छात्रा कावेरी को गडग के सरकारी कॉलेज में मुफ्त मेरिट सीट मिली थी, लेकिन निजी कॉलेज के चेयरमैन ने दस्तावेज लौटाने के लिए पूरी फीस की मांग की। पैसे न होने पर रेणुकम्मा ने आंसुओं के साथ अपनी शादी का प्रतीक मंगलसूत्र उतारकर दे दिया, ताकि बेटी का भविष्य सुरक्षित हो सके। यह घटना शिक्षा के नाम पर हो रही लूट की कड़वी सच्चाई को भी सामने लाती है।

कॉलेज के चेयरमैन पर लगाए आरोप

कर्नाटक के गंगावती शहर में एक निजी नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगे हैं। बीएससी नर्सिंग के पहले वर्ष की छात्रा कावेरी के माता-पिता ने बताया कि कॉलेज ने उनकी बेटी के दाखिले के दौरान जमा किए गए मूल दस्तावेज लौटाने के बदले पूरी फीस की मांग की और पैसे न होने पर मां रेणुकम्मा से उनका मंगलसूत्र समेत सोने के गहने जब्त कर लिए। यह घटना प्रवेश प्रक्रिया के दौरान हुई, जब कावेरी को गडग के सरकारी नर्सिंग कॉलेज में मेरिट के आधार पर मुफ्त सीट मिल गई।

सरकारी कॉलेज सलेक्शन के बाद लेने गए दस्तावेज

कावेरी के पिता ने बताया, "हमने कुछ दिन पहले कॉलेज में 10,000 रुपये की फीस जमा की थी और शेष 90,000 रुपये के भुगतान के लिए समय मांगा था। इसी बीच, हमारी बेटी को सरकारी कॉलेज में मेरिट सीट मिल गई। हम दस्तावेज वापस लेने गए, लेकिन चेयरमैन ने कहा कि पूरी फीस चुकानी होगी। जब हमने कहा कि हमारे पास पैसे नहीं हैं, तो उन्होंने मंगलसूत्र और अन्य सोने के गहने देने को कहा। मजबूरी में मेरी पत्नी ने अपना मंगलसूत्र उतारकर दे दिया।"

मजबूरी में दिया मंगलसूत्र

रेणुकम्मा ने आंसू भरी आंखों से कहा, "मंगलसूत्र मेरी आस्था और शादी का प्रतीक है। लेकिन बेटी का भविष्य बचाने के लिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। कॉलेज प्रबंधन का यह व्यवहार अमानवीय है।" परिवार ने शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया है और स्थानीय प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

मामले की गहन जांच कर रही पुलिस

स्थानीय शिक्षा अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। निजी नर्सिंग कॉलेजों में फीस और दाखिले की अनियमितताओं के आरोप पहले भी लग चुके हैं, लेकिन इस तरह गहनों को जब्त करने का मामला बेहद शर्मनाक है।

चेयरमैन ने खारिज किए आरोप

हालाँकि, कॉलेज के चेयरमैन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "छात्रा ने फीस नहीं भरी थी। मैं फीस माँगता रहा और वे टालते रहे। बाद में उसका सरकारी कॉलेज में दाखिला हो गया और उसने मूल दस्तावेज़ माँगे, तो मैंने बाकी फीस माँगी। उन्होंने कहा कि उनके पास पैसे नहीं हैं और उसकी माँ ने अपना मंगलसूत्र और गहने उतारकर मुझे दे दिए। लेकिन हमने अगले दिन उन्हें वापस कर दिया।"