
बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हुए हादसे पर बड़ी खबर सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, ट्रेन डिरेलमेंट से पहले लोको पायलट और गेटमैन को धामके की तरह की जोरदार आवाज सुनाई दी थी। ऐसे में इस रेल दुर्घटना में बाहरी तत्व के संलिप्त होने की आशंका जताई जाने लगी है। घटना की सूचना के बाद मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि घटना का कारण पता लगाने के लिए कमेटी गठित की जाएगी।
बक्सर में डिरेल हो गई थी नाॅर्थ ईस्ट एक्सप्रेस
बिहार के दानापुर रेल मंडल के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास बधुवार रात 9.35 बजे ट्रेन नंबर 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई. ट्रेन की 21 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए।
रघुनाथपुर में हुए ट्रेन एक्सीडेंट मामले में बताया जा रहा है कि दुर्घटना से ठीक पहले जब ट्रेन ट्रैक से गुजर रही थी। इस दौरान बोगियों को डिरेल होने से पहले एक जोरदार आवाज सुनाई दी थी। लोकोपायलट और गेटमेन दोनों ने ही तेज आवाज आने की पुष्टि की है। इसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दुर्घटना का पीछे कोई बाहर कारण हो सकता है।
दो राज्यों से सामने आई थीं ऐसी घटनाएं
गौरतलब है कि, बीते दिनों रेलवे ट्रैक पर पत्थर और बोल्डर्स रखने की घटना सामने आयी थी। दो अलग- अलग राज्यों में शरारती तत्वों ने रेल की पटरी पर पत्थर और बोल्डर्श रख दिए थे। हालांकि दोनों ही घटनाओं में हादसा टल गया था।
मृतकों को 4 लाख का मुआवजा देगी बिहार सरकार
बक्सर के रघुनाथपुर में हुए हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “ दुख की इस घड़ी में मैं ईश्वर से मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।” इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है।
Published on:
12 Oct 2023 02:01 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
