
तमिलनाडु में ‘40’ बड़े मायने रखता है, फिर वह तापमान हो या लोकसभा की सीटें। चालीस के इस आंकड़े को हासिल करने के लिए राज्य में DMK नीत 'इंडिया' गठबधंन की जोर आजमाइश जारी है वहीं कमजोर होती अन्नाद्रमुक की हालत के बीच भाजपा यहां जड़ें जमाने की कोशिश में है। प्रचार की व्यूह रचना के बीच द्रमुक गठबंधन के दिमाग में 40 का आंकड़ा है, जिसमें पुदुचेरी की एकमात्र सीट भी शामिल है। भाजपा और अन्नाद्रमुक किसी तरह की संख्या के दावे से बच रहे हैं। भाजपा पांच सीटों पर अच्छे परिणाम की आस में है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत स्टार प्रचारकों का जोर भी इन सीटों पर ही है। अन्नाद्रमुक का प्रचार केवल पूर्व सीएम ईके पलनीस्वामी के इर्द-गिर्द ठहर सा गया है। भाजपा और अन्नाद्रमुक फिलवक्त इस चुनाव के जरिए यह साबित करने के प्रयास में दिख रही है कि राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी यानी प्रमुख विपक्षी दल कौन होगा? तमिलनाडु और पुदुचेरी में सभी सीटों पर 19 अप्रेल को मतदान होगा।
संघवाद, जाति, भ्रष्टाचार, कच्चतीवू बन रहे मुद्दे
द्रमुक कांग्रेस गठबंधन इस बात पर जोर दे रहा है कि भाजपा को वोट देना संघवाद के लिए एक चुनौती है। डीएमके गठबंधन ने भाजपा को ऊंची जाति की पार्टी करार दिया है। पार्टी ने तमिलनाडु जैसे राज्यों को कम फंड जारी करने को लेकर केंद्र पर हमला बोला है वहीं विपक्षी दल स्टालिन के परिवार से जुड़े कथित भ्रष्टाचार, ड्रग रैकेट मुद्दे और कच्चतीवू को मुद्दा बना रहे हैं।
बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग
भाजपा ऊंची जाति की पार्टी का टैग हटाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और जाति समीकरणों को नाजुक ढंग से संतुलित करने के लिए गठबंधन बनाया है। यही कारण है कि पार्टी ने वन्नीयर प्रभुत्व वाले पीएमके, थेवर प्रभुत्व वाले दिनकरण की पार्टी से गठबंधन किया है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एल मुरुगन पार्टी का दलित चेहरा हैं। वह नीलगिरी से पार्टी के उम्मीदवार हैं। प्रदेशाध्यक्ष अन्नामलै ओबीसी वर्ग के हैं।
चुनाव प्रचार चरम पर
इसी बीच राज्य में चुनाव प्रचार पर है। गली गली कार्यकर्ता झंडे लेकर पम्पलेट बांट रहे हैं। सुबह से शाम तक पार्टियां गीत-संगीत के सहारे मतदाताओं के दिल में उतरने की कोशिश कर रही हैं। प्रत्याशियों को जनता को लुभाने के लिए खेती तक करते देखा जा रहा है। एकतरफ डीएमके मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, अन्नाद्रमुक महासचिव पलनीस्वामी, डीएमडीके महासचिव प्रेमलता विजयकांत की जनसभाओं में जन सैलाब उमड़ रहा है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की जनसभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। 'इंडिया' गठबंधन के लिए राहुल गांधी ने शुक्रवार को तिरुनलवेली और कोयम्बटूर में सभाएं की हैं। अन्नाद्रमुक का प्रचार अपेक्षाकृत कमजोर दिखाई देता है।
लोकसभा चुनाव में बड़े दलों को मिली सीटें एवं वोट प्रतिशत
वर्ष 2014
एआईएडीएमके 37 सीट (44.92 प्रतिशत),
भाजपा 1 सीट (5.56 प्रतिशत)
पीएमके 1 सीट (4.51 प्रतिशत)
वर्ष 2019
डीएमके 24 सीट (33.52 प्रतिशत),
कांग्रेस 8 सीट (12.62 प्रतिशत),
सीपीआइ- 2 सीट (2.40 प्रतिशत)
Updated on:
13 Apr 2024 09:33 am
Published on:
13 Apr 2024 09:32 am
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