5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गुजरात में चुनाव प्रचार पर भाजपा का सिर दर्द बना विवाद, कांग्रेस और AAP भी उबरने के लिए लगा रहे पूरा दम

Lok Sabha Election 2024: गुजरात में लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की सिर्फ जीत ही नहीं बल्कि 5 लाख की लीड से सफलता हासिल करने का दावा कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के प्रभारी व राज्य सभा सांसद मुकुल वासनिक ने भी गुजरात का दौरा किया। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रह चुके अशोक गहलोत भी दौरा कर चुके हैं। पढ़िए उदय पटेल की विशेष रिपोर्ट...

less than 1 minute read
Google source verification
Lok Sabha Election 2024

गुजरात में लोकसभा की सभी 26 सीटों पर तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है। 12 अप्रैल से इसके लिए नामांकन भरे जाने हैं। फिलहाल चुनाव का वह माहौल तो नहीं है, लेकिन फिर भी सुस्ती के साथ ही चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। भाजपा ने जहां सभी 26 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस ने अभी तक 20 प्रत्याशियों का ऐलान किया है। पार्टी को चार सीटों पर अब भी उम्मीदवार घोषित करने बाकी हैं। इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील लगातार बूथ प्रमुख के सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं।

भाजपा अपने प्रत्याशियों की सिर्फ जीत ही नहीं बल्कि 5 लाख की लीड से जीत हासिल करने का दावा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी चुनाव प्रचार का आगाज किया है। अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में पार्टी के प्रत्याशी लगातार चुनाव प्रचार में लगे हैं। उधर कांग्रेस के प्रभारी व राज्य सभा सांसद मुकुल वासनिक ने भी गुजरात का दौरा किया। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रह चुके अशोक गहलोत दौरा कर चुके हैं। उन्होंने बनासकांठा में एक चुनाव सभा भी आयोजित की। राजस्थान में जोधपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र भाटी भी यहां पर चुनाव प्रचार के लिए आ चुके हैं।

लगाया पूरा दमखम

भाजपा जहां पर लगातार तीसरी बार राज्य की सभी 26 सीटों पर जीत के लिए पूरे दमखम लगा रही है, वहीं पिछले दो लोकसभा चुनावों से एक भी सीट नहीं जीतने के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी इस बार एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं।