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Manipur School Reopen: मणिपुर हिंसा का तांडव खत्म, शांति का पाठ शुरू, आठवीं तक के सरकारी स्कूल खुले

Manipur School Reopen: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोले कि मणिपुर में शांति कायम होते ही स्कूलों में सुचारू पढ़ाई की व्यवस्था करना हमारी प्राथमिकता है।

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Manipur School Reopen

मणिपुर में हिंसा के बीच स्कूलों की शुरुआत होने से छात्रों में काफी खुशी नजर आई।

अनुराग मिश्रा। इंफाल। मणिपुर में जिंदगी को धीरे-धीरे पटरी पर लाने की सरकार की कोशिश जारी है। इसी के तहत राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है। कक्षा 1 से लेकर आठवीं क्लास तक के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई सुचारू रूप से शुरू कर दी गई है।

बीते कुछ हफ्तों से राज्य में जारी हिंसा के चलते जानमाल का काफी नुकसान हुआ। स्कूलों के बंद होने से बच्चों के भविष्य को लेकर भी तमाम सवाल उठ रहे थे। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री की दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री को निर्देश दिया था की शांति व्यवस्था कायम होते ही सबसे पहले स्कूलों के सुचारू चलाने को लेकर व्यवस्था की जाए, जिससे बच्चों के भविष्य का नुकसान ना हो।

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स्कूल खुलते ही छात्रों में काफी खुशी नजर आई
गौरतलब है कि बिगड़ी कानून व्यवस्था के चलते, राज्य के सभी स्कूलों ने गर्मियों की छुट्टियां 4 मई से 4 जुलाई तक कर दिया था। इधर, स्कूलों की शुरुआत होने से अभिभावकों और छात्रों में काफी खुशी नजर आई। स्कूलों के शुरू होने से सड़कों पर भी रौनक दिखी है।

फ्री एडमिशन और बच्चों से कोई फीस नहीं जाएगी
राज्य सरकार के निर्देश पर उन सभी बच्चों का आसपास के स्कूलों में निशुल्क एडमिशन लिया जाएगा। जिनको हिंसा के चलते अलग- अलग जगहों से हटाकर राहत कैंपों में रखा गया है। राज्य के 4617 स्कूलों में से सिर्फ 96 स्कूल अभी नहीं खुल पाए हैं। वह भी इसलिए क्योंकि इन स्कूलों में राहत एवं बचाव कैंप लगाए गए हैं। जिसकी वजह से इन 96 स्कूलों में नॉर्मल क्लासेस कुछ दिनों बाद ही शुरू हो पाएगी।

इसके अलावा 12वीं तक के हिंसा प्रभावित इलाकों के 12वीं तक के बच्चों 12वीं क्लास तक के बच्चों से भी कोई फीस नहीं ली जाएगी।

बच्चों के लिए नोटबुक, टेक्स्ट बुक और स्टेशनरी के सामान बांटे गए
हिंसा प्रभावित इलाकों से राहत कैंपों में लाए गए बच्चों के लिए अभी तक करीब 27000 से ज्यादा किताबें 20,000 से ज्यादा नोटबुक्स 5000 पेंसिल्स के साथ-साथ 10,000 से ज्यादा स्टेशनरी का सामान वितरित किया जा चुका है।

राहत कैंपों में वितरित किए गए खेल से जुड़े सामान
इसके अलावा दो हजार से ज्यादा खेलकूद के सामान का भी वितरण राहत कैंपों में बच्चों के बीच में किया गया है इसमें कैरम बोर्ड फुटबॉल वॉलीबॉल टेनिस के खेल उपकरण शामिल है।
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