25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कई बार तनी भृकुटियां तो कई बार छूटती रही हंसी…!

- अविश्वास प्रस्ताव चर्चा के दौरान खूब चले पक्ष-विपक्ष के शब्द बाण

2 min read
Google source verification
कई बार तनी भृकुटियां तो कई बार छूटती रही हंसी...!

कई बार तनी भृकुटियां तो कई बार छूटती रही हंसी...!

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लाए गए पहले अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार से चर्चा शुरू हो गई। पहले दिन लगभग छह घंटे चली चर्चा में पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने एक दूसरे पर जमकर शब्द बाण चलाए तो इस दौरान कई बार आपस में भृकुटियां तनी दिखी तो कई मौके ऐसे भी आए कि सदन में हंसी के फव्वारे छूटते नजर आए।

सदन में गर्मी-नरमी का दौर चर्चा शुरू होने के साथ ही दिखाई देने लगा। कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने जैसे ही बोलना शुरू किया तो राहुल गांधी से शुरूआत नहीं करवाने को लेकर गर्मा-गर्मी हो गई। काफी देर तकरार के बाद गोगोई करीब 35 मिनट धाराप्रवाह बोले तो बीच में टोकाटोकी भी हुई, लेकिन यह पहली बार दिखा कि खुद गृहमंत्री अमित शाह सत्ता पक्ष के लोगों को रोकते नजर आए।

हम मोहब्बत की दुकान खोलेंगे

गोगोई ने मणिपुर की घटनाओं का विस्तार से उल्लेख किया और कहा कि सभी जगह झगड़े की जड़ नफरत है। जहां नफरत फैलाई जाएगी, वहां हम मोहब्बत की दुकान खोलेंगे। कोई राष्ट्रवाद की कोई भी बात करे, लेकिन देश में शांति रहे, यही हमारा राष्ट्रवाद है।

बेटे को सेट, दामाद को भेंट

गोगोई के बाद खड़े हुए भाजपा के निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की ओर मुखातिब होकर कहा कि भारतीय नारी को क्या क्या करना चाहिए, उसकी पूरी तस्वीर सोनियाजी देती हैं। उनको दो काम करने हैं, बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना। इस पर एक बार तो सोनिया भी मुस्करा दी, लेकिन कांग्रेस समेत विपक्ष के कई सदस्यों ने इस बयान का जोरदार विरोध किया और सदन में हंगामे की स्थिति बन गई।

शिवसेना बनाम शिवसेना

शिवसेना के दोनों गुटों की तकरार भी रोचक रही। शुरूआत शिंदे गुट के श्रीकांत शिंदे ने उद्धवगुट पर एनसीपी-कांग्रेस के साथ जाने पर बाल ठाकरे की विचारधारा को छोड़ने के आरोप के साथ की। इसके बाद उद्धव गुट के अरविंद सांवत और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे आमने-सामने हो गए। सांवत की ओर इशारा करते हुए डांटने के अंदाज में राणे ने कहा कि ये असली-नकली शिवसेना करते हैं, मैं 1967 से शिवसैनिक हूं। इस दौरान हंगामा होने लगा तो राणे बोले, 'नीचे बैठ...., पीएम मोदी और अमित शाह का नाम लिया तो मैं तुम्हारी औ.... मैं निकालूंगा।'

आज भी आठ अगस्त...

सपा की डिम्पल यादव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 8 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी और आज भी 8 अगस्त है...तो हंसी छूट गई। टीएमसी के सौगत राय ने मोदी सरकार को निर्दयी सरकार बताया तो सत्ता पक्ष के लोगों ने जोरदार विरोध किया।