
क्रिसमस और नए साल से पहले देश में कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं। इसके मद्देनजर सरकार अलर्ट मोड़ पर है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि भारत में अब तक Covid-19 के सब-वेरिएंट JN.1 के 21 नए केस की पुष्टि हुई है, हालांकि उन्होंने कहा कि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि देश में वैज्ञानिक नए वेरिएंट रिसर्च कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की सलाह दी। पॉल ने बताया कि करीब 91 - 92 फीसदी संक्रमित व्यक्तियों ने इलाज के लिए होम - आइसोलेशन विकल्प को अपनाया है।
केंद्र ने सभी राज्यों के साथ की बैठक
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मनसुख मंडाविया ने बुधवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस मीटिंग में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खतरे और उससे निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई।बैठक के दौरान मनसुख मंडाविया ने कहा कि हमें इस संक्रमण से सतर्क रहने की आवश्यकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र और राज्य को मिलकर काम करने की जरूरत है। जल्द ही अस्पतालों में तैयारियों की मॉक ड्रिल करनी शुरू होगी और बाहर से आने वाले लोगों के लिए राज्यों को आरटी-पीसीआर टेस्ट भी पर्याप्त मात्रा में बढ़ाने होंगे।
अलर्ट पर बिहार के सभी अस्पताल
कई राज्यों में नए JN.1 वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद और केंद्र की एडवाइजरी जारी होने के बाद बिहार के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर-मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों, प्राचार्यों, और सिविल सर्जनों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य संस्थानों को तेज़ी से कोविड जांच करने की भी की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कई राज्यों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सतर्क रहने के लिए अलर्ट किया गया है।
Updated on:
20 Dec 2023 08:16 pm
Published on:
20 Dec 2023 08:14 pm
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