
मोबाइल का इस्तेमाल करके सेकेंडों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई ने एक नया इतिहास रचा है। इसके लॉन्च होने के बाद से ही भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है और बढ़ रही है। छोटे उम्र से लेकर रिक्शा चलाने वाले लोगों तक ने अब जेब में कैश रखना बंद कर दिया है। सभी लोग अब डिजिटल भुगतान पर निर्भर हो चुके हैं। लेन- देन के लिए फोन पे, गूगल पे, पेटीएम, भीम या ऑनलाइन बैंकिंग का सहारा ले रहे हैं।
ये रहे आंकड़े
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बीते वर्ष के आंकड़ों के अनुसार यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेनदेन में 44% की वृद्धि दर्ज की है। जो लगभग 118 अरब रुपये को पहुंचा गया है। इसके अलावा, सिर्फ दिसंबर माह में हुए 12.02 अरब ट्रांजेक्शन ने दिखाया है कि इस महीने 2022 के दिसंबर के मुकाबले लेनदेन में 42% की वृद्धि हुई है। वहीं, नवंबर में 17.40 लाख करोड़ रुपये और अक्टूबर में 17.16 लाख करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन के साथ, यूपीआई लेनदेन में वृद्धि की गई है। नवंबर में कुल यूपीआई ट्रांजेक्शन 11.24 अरब रुपये रहे हैं, जबकि अक्टूबर में यह संख्या 11.41 अरब रुपये थी।
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Updated on:
03 Jan 2024 02:58 pm
Published on:
03 Jan 2024 02:57 pm
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