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PM Modi ने नौसेना को सौंपा INS Vikrant, जानिए संबोधन की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोच्चि में, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की ओर से निर्मित देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को नौसेना को समर्पित किया। आईएनएस विक्रांत भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा जंगी जहाज है।

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PM Modi Dedicate INS Vikrant To Indian Navy Know 10 Key Points Of Prime Minister Speech

PM Modi Dedicate INS Vikrant To Indian Navy Know 10 Key Points Of Prime Minister Speech

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में भारतीय नौसेना को देश के पहले स्वदेशी विमानवहक पोत INS Vikrant सौंप दिया। पीएम मोदी ने कोचीन शिपयार्ड में 20,000 करोड़ रुपये की लागत से बने स्वदेशी अत्याधुनिक स्वचालित यंत्रों से युक्त विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत का जलावतरण किया. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नए नौसैनिक ध्वज (निशान) का भी अनावरण किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, केरल के समुद्री तट पर पूरा भारत एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है. INS विक्रांत पर हो रहा यह आयोजन, विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है। जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन से जुड़ी 10 बड़ी बातें।

1. विक्रांत विशाल और विराटः
पीएम मोदी ने कहा कि, केरल के समुद्री तट पर भारत, हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है। INS विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है। विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है।

विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है। विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है। ये 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

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2. INS विक्रांत के हर भाग की अपनी खूबीः
पीएम मोदी ने कहा कि, INS विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है, अपनी एक विकासयात्रा भी है। ये स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है। इसके एयरबेस में जो स्टील लगी है, वो स्टील भी स्वदेशी है।

3. भारत का जवाब है विक्रांतः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, यदि लक्ष्य दुरन्त हैं, यात्राएं दिगंत हैं, समंदर और चुनौतियां अनंत हैं, तो भारत का उत्तर यानी जवाब है विक्रांत। उन्होंने कहा कि, आजादी के अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत है विक्रांत। आत्मनिर्भर होते भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है विक्रांत।

4. देश में INS विक्रांत ने नया विश्वास पैदा कियाः
पीएम मोदी ने कहा कि, भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है। INS विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है।

5.छत्रपति वीर शिवाजी को समर्पितः
पीएम मोदी ने कहा कि, छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने इस समुद्री सामर्थ्य के दम पर ऐसी नौसेना का निर्माण किया, जो दुश्मनों की नींद उड़ाकर रखती थी। जब अंग्रेज भारत आए, तो वो भारतीय जहाजों और उनके जरिए होने वाले व्यापार की ताकत से घबराए रहते थे।

अब तक भारतीय नौसेना के ध्वज पर गुलामी की पहचान बनी हुई थी। लेकिन अब आज से छत्रपति शिवाजी से प्रेरित, नौसेना का नया ध्वज समंदर और आसमान में लहराएगा।

6. गुलामी के निशान को बदल दियाः
प्रधानमंत्री बोले- 2 सितंबर, 2022 की ऐतिहासिक तारीख को, इतिहास बदलने वाला एक और काम हुआ है। आज भारत ने, गुलामी के एक निशान, गुलामी के एक बोझ को अपने सीने से उतार दिया है।आज से भारतीय नौसेना को एक नया ध्वज मिला है।

7. महिला सेना भी INS Vikrant पर होंगी तैनातः
पीएम ने कहा कि, विक्रांत जब हमारे समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए उतरेगा, तो उस पर नौसेना की अनेक महिला सैनिक भी तैनात रहेंगी। समंदर की अथाह शक्ति के साथ असीम महिला शक्ति, ये नए भारत की बुलंद पहचान बन रही है। अब इंडियन नेवी ने अपनी सभी शाखाओं को महिलाओं के लिए खोलने का फैसला किया है। जो पाबन्दियां थीं वो अब हट रही हैं।

8. वोकल फॉर लोकल से बनेगा आत्मनिर्भर भारतः
पीएम ने कहा जिस तरह, बूंद-बूंद जल से जैसे विराट समंदर बन जाता है। वैसे ही भारत का एक-एक नागरिक ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को जीना प्रारंभ कर देगा, तो देश को आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।

9. शक्ति और शांति दोनों की जरूरतः पीएम मोदी ने इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद को भी याद किया। उन्होंने कहा कि, कलाम साबह ने कहा था, शक्ति और शांति दोनों की जरूरत होती है। इसी ध्येय के साथ हम आगे बढ़ेंगे।

10. नौसेना का बजट बढ़ाने पर जोरः पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा पिछले समय में इंडो-पैसिफिक रीजन और इंडियन ओशन में सुरक्षा चिंताओं को लंबे समय तक नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन, आज ये क्षेत्र हमारे लिए देश की बड़ी रक्षा प्राथमिकता है। इसलिए हम नौसेना के लिए बजट बढ़ाने से लेकर उसकी क्षमता बढ़ाने तक हर दिशा में काम कर रहे हैं।

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