
Prashant Kishor
BPSC Paper Leak: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त (Pre Exam) प्रतियोगी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर विरोध जारी है। छात्रों के साथ विरोध में आमरण अनशन कर रहे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor Health Update) को गहन चिकित्सा जांच के लिए आज यानी मंगलवार, 07 दिसंबर को पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुप्रीम कोर्ट ने आज 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के दौरान व्यापक गड़बड़ी के आरोपों को उठाने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार और केवी विश्वनाथन की पीठ ने याचिकाकर्ता से शिकायतों के साथ पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को कहा। याचिकाकर्ता आनंद लीगल एड फोरम ट्रस्ट के वकील ने कहा कि पूरे देश ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर बिहार पुलिस की बर्बरता देखी, जिन्होंने विवादास्पद BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग की थी।
वकील ने कहा, " पेपर लीक होना अब एक आम बात बन गई है, यह आए क्यों हो रहा है" इस सवाल पर पीठ ने कहा, "हम आपकी भावनाओं को समझते हैं, लेकिन आप प्रथम दृष्टया पर सीधे SC का रुख नहीं कर सकते हैं। हमें लगता है कि यह उचित होगा कि याचिकाकर्ता संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत पहले पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएं।" याचिकाकर्ता ने कथित पेपर लीक के आधार पर BPSC प्रारंभिक परीक्षा को चुनौती दी थी। बिहार पुलिस ने कथित तौर पर BPSC को रद्द करने की मांग करने वाले सिविल सेवा उम्मीदवारों को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग किया।
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर (PK) को सोमवार, 06 दिसंबर को पटना की एक अदालत ने 'बिना शर्त जमानत' दे दी थी। जेल से रिहा होने के तुरंत बाद PK ने प्रदर्शनकारी बिहार लोक सेवा आयोग के उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए कहा, "लोगों की ताकत से बड़ी कोई ताकत नहीं है।" प्रशांत किशोर बीपीएससी एग्जान में अनियमितताओं को लेकर आमरण अनशन कर रहे हैं। ये अनशन 2 जनवरी को प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में शुरू हुआ था।
प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें उन्हें मेदांता अस्पताल के इमरजेंसी विभाग से ICU में शिफ्ट किया गया है। प्रशांत किशोर के हेल्थ को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती प्रशांत किशोर की हालत अभी स्थिर है। उन्हें चिकित्सा संबंधी कुछ समस्याएं हैं जिनकी गहन जांच की जरूरत है। आमरण अनशन कर रहे किशोर को संक्रमण, निर्जलीकरण, कमजोरी और बेचैनी की समस्या है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त परीक्षा 13 दिसंबर को 36 जिलों के 912 सेंटरों पर हुई थी। प्रदर्शनकारी छात्र कथित पेपर लीक के कारण परीक्षा (CCE) 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। परीक्षा में 3.25 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। पटना में 65 केंद्र बनाए गए थे। बात दें कि छात्र कथित प्रश्नपत्र लीक के कारण 13 दिसंबर को बीपीएससी की ओर से आयोजित संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। पेपर को दोबारा आयोजित करने की भी मांग है।
Published on:
07 Jan 2025 08:32 pm
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