
प्रशांत किशोर ने एसआईआर पर की चर्चा ( फोटो - एएनआई )
इस साल बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के साथ पहली बार चुनावी रण में उतरने जा रही बिहार की जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने हाल ही मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार के साथ साथ लालू यादव पर भी निशान साध दिया है। उन्होंने मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण पर बात करते हुए कहा कि जितने नाम इस सूची में रह जाएंगे उतने ही भाजपा, नीतीश कुमार और लालू यादव को हटाने के लिए काफी हैं।
किशोर इन दिनों 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत राज्य का दौरा कर रहे है। इस कड़ी में वह सोमवार को कैमूर पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान एसआईआर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि, हम लोग पहले ही कह चुके हैं कि जिन लोगों का नाम काटा जा रहा है, वह कहीं न कहीं भाजपा और जदयू जैसे सत्ताधारी दलों को डर दिखा रहा है। इन पार्टियों को मालूम है कि समाज में जो गरीब और वंचित हैं, व्यवस्था से सताए गए हैं और जो प्रवासी मजदूर हैं, वहीं लोग व्यवस्था से नाराज हैं। इसलिए सरकार डरी हुई है और इन लोगों के नाम काट रही है। उन्हें मालूम है कि अगर ये लोग वोट करेंगे तो वह हार जाएंगे।
किशोर ने आगे कहा, मेरा ऐसा मानना है कि अंत में चुनाव आते-आते करीब-करीब सारे लोग वोट दे पाएंगे, क्योंकि चुनाव आयोग को नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं है। अंत में सभी लोग अपने आधार कार्ड पर अपना वोट कर पाएंगे। उन्होंने आगे कहा, अगर गलती से कुछ नाम कट भी जाते है तो भी जितने लोगों का नाम है उतने ही भाजपा, नीतीश और लालू को हटाने के लिए काफी हैं। इसके लिए कोई चिंता की जरूरत नहीं है क्योंकि इनका जाना तो तय है।
किशोर ने कहा, नीतीश कुमार जानते हैं कि जनता ने बदलाव का मन बना लिया है, इसलिए वह जाने से पहले डोमिसाइल नीति लागू कर रहे हैं और लोगों का मानदेय और पेंशन बढ़ा रहे हैं। हम बहुत पहले से यह कह रहे हैं कि जिस दिन जनता बदलाव का मन बना लेगी, उस दिन जनता का काम होगा। अभी बिहार से बेरोजगारी और गरीबी को खत्म करने और पलायन को रोकने की जरूरत है।
राजद नेता तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड होने को लेकर भी किशोन ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, भाजपा और तेजस्वी यादव के बीच नूरा-कुश्ती है और इससे बिहार की जनता को कोई मतलब नहीं है। जनता को सिर्फ इससे मतलब है कि प्रदेश में शिक्षा और रोजगार की स्थिति सुधरे। तेजस्वी यादव के पास एक कार्ड है या दो कार्ड, यह चुनाव आयोग और तेजस्वी यादव के बीच का मामला है, वह जांच करें।
Published on:
04 Aug 2025 06:42 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
